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भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य एवं आजीविका सुधार के लिए USAID की नई पहल

USAID) और संहिता के कलेक्टिव गुड फाउंडेशन के इस संयुक्त प्रयास का उद्देश्य भारत में वंचित वर्ग की महिलाओं में यौन व प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं, सेवाओं और उत्पादों तक पहुंच बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाना है। 

WOHLA का उद्देश्य भारत में कमजोर वर्ग की महिलाओं का स्वास्थ्य एवं आर्थिक कल्याण सुनिश्चित करना है। / Image: Wikipedia

भारत में वंचित समुदायों की महिलाओं का स्वास्थ्य एवं आर्थिक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए USAID ने संहिता फाउंडेशन के सहयोग से नया कार्यक्रम लॉन्च किया है। इसका नाम महिला स्वास्थ्य एवं आजीविका गठबंधन (WOHLA) है। 

यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) और संहिता के कलेक्टिव गुड फाउंडेशन के इस संयुक्त प्रयास का उद्देश्य यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं, सेवाओं और उत्पादों तक महिलाओं की पहुंच बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाना है। 

USAID की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, WOHLA कमजोर वर्ग की महिलाओं की वित्तीय और डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने का प्रयास करेगा जिससे उन्हें आजीविका के नए अवसर मिलेंगे और वर्कफोर्स में उनकी भागीदारी बढ़ेगी। 

वैश्विक स्वास्थ्य के लिए यूएसएड के सहायक प्रशासक डॉ. अतुल गवांडे ने कहा कि जब महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है तो पूरा समुदाय फलता-फूलता है। महिलाओं को मिले अधिकार और आर्थिक सुरक्षा समुदायों के लिए, शांति के लिए और लचीली अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण आधार का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल महिलाओं के करियर विकास और नौकरी में सहयोग करेगी। साथ ही यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं पहुंच का विस्तार करेगी। 

यूएसएड के फ्रंटियर हेल्थ मार्केट (एफएचएम) एंगेज प्रोग्राम के इंडिया कंट्री डायरेक्टर और चीफ ऑफ पार्टी डॉ. अमित भनोट ने कहा कि WOHLA को प्राइवेट सेक्टर के संसाधनों का फायदा उठाने, साझेदारी बढ़ाने और ऐसा इकोसिस्टम बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य एवं पेशेवर तरक्की को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि उसके दूरगामी लाभ होंगे और यह लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने में भी योगदान दे सकता है।

संहिता सोशल वेंचर्स की संस्थापक और सीईओ प्रिया नाइक ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, उत्पादों और सेवाओं तक पहुंच बढ़ाकर युवा महिलाओं को सशक्त बनाना और आजीविका की अतुल संभावनाओं के द्वार खोलना है।

जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के सीईओ अश्विनी सक्सेना ने कहा कि WOHLA इंडिया भारत में 20 लाख ग्रामीण महिलाओं में उद्यमशीलता बढ़ाने के जेएसडब्ल्यू के उद्देश्य को बढ़ावा देता है जो कि उनकी स्थिति में सुधार और आय में बढ़ोतरी का एक प्रमुख आधार प्रदान करता है।
 

 

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