व्हाइट हाउस की तरफ से एशियाई-अमेरिकी, मूल निवासी हवाईयन और पैसिफिक आइलैंडर (WHIAANHPI) समुदायों के लिए समानता, न्याय और अवसर को आगे बढ़ाने के लिए अगले महीने 2 अप्रैल को कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में होने वाले नेतृत्व विकास शिखर सम्मेलन की घोषणा की गई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम को यूएस ऑफिस ऑफ पर्सनेल मैनेजमेंट (OPM) के साथ मिलकर किया जा रहा है। इसका उद्देश्य देश भर के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले विद्वानों, प्रशासकों, शिक्षकों और कर्मचारियों को जोड़ना है। जिससे विचारों और कार्यक्रमों का आदान-प्रदान किया जा सके और AA और NHPI लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान निकाला जा सके।
यह कार्यक्रम उच्च शिक्षा के प्रगतिशील संस्थानों की रोशनी बिखेरेगा, जिसमें एशियाई अमेरिकी और मूल अमेरिकी प्रशांत द्वीप समूह-सेवारत संस्थान (AANAPISIs) और मूल हवाईयन-सेवारत संस्थान (NHSIs) शामिल हैं। जिन्होंने समावेशी परिसर के वातावरण को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक रूप से शैक्षणिक सहायता सेवाएं प्रदान करने और छात्र को आगे बढ़ाने में प्रदर्शन किया है।
पिछले कुछ वर्षों में AA और NHPI समुदायों से जुड़ने के लिए WHIAANHPI विभिन्न वर्चुअल और व्यक्तिगत इनिशिएटिव की मेजबानी करने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है। इन प्रयासों में फेडरल इंटर्नशिप और फेलोशिप के अवसरों को उजागर करना, फेडरल जॉब आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाना और माइनॉरिटी-सर्विंग संस्थानों के लिए उपलब्ध आवश्यक फेडरल रिसोर्स के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना शामिल है।
2 अप्रैल को आयोजित आगामी शिखर सम्मेलन को लेकर व्हाइट हाउस इनिशिएटिव AA और NHPI समुदायों को सशक्त बनाने के लिए उच्च शिक्षित लीडर्स, छात्रों और संकाय के साथ अपने सहयोग को और गहरा करने के लिए एक अहम कदम के तौर पर माना जा रहा है।
WHIAANHPI के कार्यकारी निदेशक क्रिस्टल काई ने माइनॉरिटी-सर्विंग संस्थानों की क्षमता को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति बाइडन की प्रतिबद्धता को बढ़ाने के लिए संस्था के समर्पण को रेखांकित किया, जिन्होंने ऐतिहासिक रूप से अनगिनत अमेरिकियों के लिए अवसर और सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण इंजन के रूप में काम किया है।
यूएस ऑफिस ऑफ पर्सनेल मैनेजमेंट (OPM) के निदेशक किरण आहूजा ने कहा, माइनॉरिटी-सर्विंग संस्थान अक्सर सार्वजनिक सेवा में रुचि रखने वाले छात्रों और हाल के ग्रेजुएट के लिए सशक्त और सहायक संसाधनों के रूप में काम करते हैं। इनमें एशियाई अमेरिकी, मूल निवासी हवाईयन और प्रशांत द्वीपसमूह समुदायों के लोग शामिल हैं।
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