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एयर इंडिया का पहला ए350 एयरबस जब भारत पहुंचा तो नजारा कुछ यूं था

वर्तमान में ए-350 एयरक्राफ्ट सबसे आधुनिक हवाई जहाजों में से एक है। इसमें तमाम एडवांस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है। इसे साइलेंट एयरक्राफ्ट भी कहा जाता है। यह शोर कम मचाता है। डबल इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट अन्य एयरक्राफ्ट की अपेक्षा अधिक फ्यूल बचाता है। एयर इंडिया टाटा समूह की कंपनी है।

एयर इंडिया ए350 उड़ाने वाली पहली भारतीय एयरलाइन बन गई है। फोटो: @airindia /

एयर इंडिया ए350 उड़ाने वाली पहली भारतीय एयरलाइन बन गई है। एयर इंडिया ने 20 एयरबस ए350-900 विमानों में से पहले विमान का स्वागत किया। विमान फ्रांस के टूलूज स्थित एयरबस केंद्र से शनिवार को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर नई दिल्ली पहुंचा। इससे पहले एयर इंडिया 2012 में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर अपने बेड़े में शामिल करने वाली पहली भारतीय एयरलाइन भी थी। बता दें कि एयर इंडिया टाटा समूह के स्वामित्व वाली कंपनी है।



यह विमान एयरलाइन के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करता है। एयर इंडिया की ओर से जारी आधिकारिक बयान में इस आगमन को एक प्रमुख मील के पत्थर के रूप में माना गया है। इस विमान ने जब दिल्ली में लैंड किया तो एयर इंडिया के प्रतिनिधियों ने विशेष कॉल साइन AI350 का इस्तेमाल कर इस उड़ान का स्वागत किया।

एयरबस के इस विमान में एयर इंडिया की सीनियर पायलट मोनिका बत्रा वैद्य सवार थीं। वह एयरबस A350 पर प्रशिक्षित होने वाले पहले चुनिंदा भारतीय पायलटों में शामिल हैं। वह एक पर्यवेक्षक के रूप में विमान में मौजूद थीं। इस लॉन्च के साथ एयर इंडिया ए 350 उड़ाने वाली पहली भारतीय एयरलाइन होने का दावा करती है।

वर्तमान में ए-350 एयरक्राफ्ट सबसे आधुनिक हवाई जहाजों में से एक है। इसमें तमाम एडवांस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है। इसे साइलेंट एयरक्राफ्ट भी कहा जाता है। यह शोर कम मचाता है। इसमें सफर करते समय यात्रियों को एयर प्रेशर जैसी समस्या बेहद कम होगी। साथ ही केबिन में शोर भी नामात्र का होगा। कार्बन उत्सर्जन के मामले में भी यह बहुत अच्छा है। इसमें एक बार फ्यूल भरने के बाद यह 17-18 घंटे तक नॉन स्टॉप उड़ सकता है।

जानकारों का कहना है कि दुनिया की कई एयरलाइंस को अपनी सेवाएं दे रहा ए-350 का सात साल का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। डबल इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट अन्य एयरक्राफ्ट की अपेक्षा अधिक फ्यूल बचाता है। आईटी के मामले में भी यह एडवांस प्लेन है।

एयर इंडिया ने पिछले मौकों पर अत्याधुनिक विमानों को अपनाने में रुचि दिखाई है। 2012 में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े का स्वागत करने वाली पहली भारतीय एयरलाइन होने के नाते इसने विमानन क्षेत्र में नया इतिहास बनाया। एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने अपनी खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि यह एयरलाइन के निरंतर परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर देश की विमानन वापसी के लिए कार्यबल की सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

भले ही ए 350 जनवरी 2024 में घरेलू उड़ान शुरू करने के लिए तय किया गया है, लेकिन यह जल्द ही महाद्वीपों की यात्रा करेगा। कोलिन्स एयरोस्पेस द्वारा डिजाइन की गई 316 बारीक तैयार सीटों के साथ विमान में एक तीन कैटेगरी की केबिन व्यवस्था है। इसमें 264 इकोनॉमी क्लास सीटें, 24 आरामदायक प्रीमियम इकोनॉमी सीटें और 28 निजी बिजनेस क्लास सुइट्स शामिल हैं।

आधुनिक पैनासोनिक ईएक्स 3 इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम और हर सीट में स्थापित हाई-डेफिनिशन स्क्रीन यात्रा के अनुभव को और बढ़ाते हैं। यह एक यात्रा की शुरुआत है, जिसमें मार्च 2024 तक एयर इंडिया द्वारा ऑर्डर किए गए बीस ए 350 में से पांच और दिखाई देंगे। एयरलाइन के पास बीस ए 350-1000 मॉडल और 250 अतिरिक्त एयरबस विमानों के लिए भी आदेश है। एयर इंडिया द्वारा केबिन और कॉकपिट क्रू के लिए वर्दी की एक नई श्रृंखला भी प्रदर्शित की गई, जिसे डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने बड़ी मेहनत से चुना है।

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