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Interview : अटलांटा में भारत के महावाणिज्य दूत ने कहा- हमे गर्व होता है समुदायों की सफलता में

भारतीय राजनयिक लक्ष्मणन और वीएफएस ग्लोबल के अमित शर्मा ने अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं और बताया कि कैसे उनकी पहल से अमेरिका में भारतीय समुदाय को मदद मिलेगी।

अटलांटा में भारत के महावाणिज्य दूत रमेश बाबू लक्ष्मणन और अमेरिका में वीएफएस ग्लोबल के प्रमुख अमित कुमार शर्मा के साथ ज्योत्सना हेगड़े ने बातचीत की। / New India Abroad

अटलांटा में भारत के चौथे महावाणिज्यदूत रमेश बाबू लक्ष्मणन ने अपनी प्राथमिकताओं को तीन सी और तीन टी में समाहित किया है। इसमें व्यापार, पर्यटन और प्रौद्योगिकी के साथ समुदाय, छात्र समूहों और कांसुलर सेवाओं से जुड़ाव शामिल है।

न्यू इंडिया अब्रॉड द्वारा शुरू की गई 'ट्रेवल एन डिप्लोमेसी' सीरीज के तहत एक विशेष बातचीत में महावाणिज्यदूत लक्ष्मणन ने कहा कि मैं अपनी प्राथमिकताओं को तीन 'सी' और तीन 'टी' के रूप में देखता हूं। 'सी' यानी समुदाय के साथ जुड़ना, कांसुलर मामले और छात्रों के साथ जुड़ाव। ...और तीन 'टी' का मतलब व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन।

वीएफएस ग्लोबल के (अमेरिका) प्रमुख अमित कुमार शर्मा दुनिया के सबसे बड़े आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी सेवा विशेषज्ञ हैं। वह पासपोर्ट, वीजा और कांसुलर सेवाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए 68 देशों के साथ काम करते हैं। शर्मा भी न्यू इंडिया अब्रॉड के साथ इस बातचीत में शामिल हुए। उन्होंने वाणिज्य दूतावास को मिलने वाले समर्थन और इसकी विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इन सेवाओं के संबंध में भारतीय प्रवासियों की कुछ सामान्य चिंताओं के समाधान के अलावा निर्बाध सेवा सुनिश्चित करने के बारे में चर्चा की। 

न्यू इंडिया अब्रॉड के साथ साक्षात्कार में महावाणिज्य दूत ने कहा कि हम समुदायों की सफलता पर गर्व करते हैं। लक्ष्मणन ने राष्ट्रों के बीच संबंधों में समुदायों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि वे (समुदाय) वास्तव में हमारे राजदूत हैं।

क्षेत्र में बढ़ते भारतीय प्रवासियों को देखते हुए नये महावाणिज्यदूत कांसुलर सेवाओं में किस तरह की वृद्धि की उम्मीद करते हैं?
आपातकालीन सेवाओं में सुधार सम्मिलित प्रयास का एक प्रमुख फोकस क्षेत्र है। हालांकि आधिकारिक तौर पर ऐसा उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन आपातकालीन सेवाओं के लिए वाणिज्य दूतावास पूरे वर्ष खुला रहता है। इसके अलावा आपातकालीन नंबर प्रदान किए गए हैं और आपात स्थिति के मामले में कार्यालय सप्ताहांत पर भी खोले जाएंगे।

जहां तक नियमित सेवाओं की बात है तो दरवाजे पर कांसुलर सेवाएं प्रदान करना और विभिन्न स्थानों पर कांसुलर शिविर आयोजित करना बहुत मददगार है। विशेष रूप से डाक में देरी से बचने में और सबसे महत्वपूर्ण बात समुदाय के सामने आने वाली प्रक्रिया संबंधी अड़चनों को दूर करने और दस्तावेजीकरण से जुड़े प्रश्नों को हल करने में ये शिविर अहम हैं। कांसुलर शिविरों की सबसे बड़ी सफलता यह है कि आप समुदाय को सीधे प्रक्रिया समझा सकते हैं। हम वहां समुदाय के नेताओं को प्रशिक्षित कर सकते हैं ताकि वे इस प्रक्रिया में अच्छी तरह से पारंगत हो जाएं। 

अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या आसमान छू रही है। केवल एक वर्ष में 35 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है। वर्तमान में अमेरिकी विश्वविद्यालयों में भारत से 250,000 से अधिक छात्र हैं। अमेरिका में भारतीय छात्र समुदाय बढ़ रहा है मगर छात्र समुदाय में बढ़ती मौतों के बारे में वर्तमान चिंता को देखते हुए आप उन तक कैसे पहुंचने की योजना बना रहे हैं और उनके लिए आपके संपर्क बिंदु क्या हैं?

लक्ष्मणन ने कहा कि वॉशिंगटन में दूतावास छात्र समुदाय और छात्र नेतृत्व तक पहुंच गया है। इसका माध्यम बने हैं ज्ञानप्रद वेबिनार। हमारे वेबिनार छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करते हैं कि दूतावास और वाणिज्य दूतावास उनके लिए किसी भी समय उपलब्ध हैं। हमारे कार्यालय से दो अधिकारियों को छात्र मामलों के लिए सूचीबद्ध किया गया है। उनके मोबाइल नंबर सूचीबद्ध हैं ताकि उनसे सीधे संपर्क किया जा सके। 

महावाणिज्य दूत ने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं हमेशा छात्र सुविधा केंद्रों का दौरा करता हूं। हम समुदाय के नेताओं को छात्रों पर नजर रखने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं और छात्र नेताओं को स्थानीय स्तर पर पहुंचने के लिए समुदाय के नेताओं के बारे में जागरूक रहने की सलाह भी देते हैं। वाणिज्य दूतावास उन्हें क्षेत्र के डॉक्टरों के संपर्क में भी रखता है और मामलों के मुताबिक आवास जैसे अन्य मुद्दों में उनकी मदद करता है।

अमित कुमार शर्मा सफलता के समृद्ध इतिहास और अंतरराष्ट्रीय सेवा संगठनों में 19 वर्षों से अधिक काम करने का अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वीएफएस ग्लोबल में अमेरिका के प्रमुख के रूप में कार्यरत शर्मा सरकारों और राजनयिक मिशनों के लिए समर्पित दुनिया के सबसे बड़े आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी सेवा विशेषज्ञों में से एक के लिए व्यवसाय विकास और संचालन का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 151 देशों में 3450 एप्लिकेशन सेंटर संचालित करने वाली 68 सरकारों के लिए एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में काम करते हुए वीएफएस ग्लोबल ने 2001 से 290 मिलियन से अधिक आवेदनों को कुशलतापूर्वक संसाधित किया है। 

वर्ष 2024 में यात्रा रुझानों के बारे में क्या कहेंगे?
शर्मा का मानना ​​है कि पर्यटन ने 2023 से जो गति पकड़ी है वह बरकरार रहेगी और यात्रा संख्या में वृद्धि जारी रहेगी। हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी सभी ग्राहक सरकारों और भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं कि हम समाधान के नजरिए से और सेवाओं को तेजी से बढ़ाने के नजरिए से उनकी अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद (WTTC) वर्ष 2024 में यात्रा और पर्यटन के लिए एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग वर्ष का अनुमान लगा रही है जिसमें क्षेत्र का वैश्विक आर्थिक योगदान 11.1 ट्रिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है। 

वीएफएस आवेदकों के लिए सहज-सेवा कैसे सुनिश्चित करता है?
2001 में इसकी स्थापना के बाद से वीएफएस की प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकी में काफी बदलाव हुए हैं। इसमें वाणिज्य दूतावास के आवेदकों की अपेक्षाएं और आवश्यकताएं भी शामिल हैं। कुछ समाधान जिन्हें प्रक्रिया के साथ एकीकृत किया जा सकता है वे आपके द्वार पर वीजा जैसी पहल हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है यह सेवा आवेदक को वाणिज्य दूतावास जाने की परेशानी से बचाती है। जरूरी नहीं कि दूतावास आवेदक के शहर में हो। ऐसे में यह सेवा अहम है। 

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