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VOSAP ने बौद्धिक विकलांग लोगों के लिए प्रोजेक्ट 'HITARTH' लॉन्च किया

इस पहल का नाम एक संक्षिप्त रूप है HITARTH, जिसका अर्थ भारतीय भाषा में 'शुभचिंतक' है। और यह हेल्थकेयर इनिशिएटिव टू अवेल रिहैबिलिटेटिव थेरेपीज एंड हेल्थ कवरेज के लिए है। इसे वर्तमान में मौजूद कमियों को दूर करने के लिए डिजाइन किया गया है।

वॉयस ऑफ स्पेशली एबल पीपल (VOSAP) अमेरिका स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है। / FILE PHOTO NIA

वॉयस ऑफ स्पेशली एबल पीपल (VOSAP) अमेरिका स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है। यह संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद में 'विशेष परामर्शदाता स्थिति' में है। यह प्रोजेक्ट 'HITARTH' के लॉन्च के साथ विकलांग क्षेत्र में विस्तार कर रहा है। यह नई पहल भारत में PARIVAAR NCPO (नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ पेरेंट्स ऑर्गेनाइजेशन) के सहयोग से बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों (IDDs) के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को बढ़ाने के लिए तैयार की गई है। यह भारत के 31 राज्यों में काम करने वाला एक 30 साल पुराना गैर-सरकारी संगठन है।

भारत सरकार की योजना 'निरामय' एक बेहतरीन कार्यक्रम है जो बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों के लिए मेडिकल खर्च पर 1 लाख रुपये तक का बीमा रीइंबर्समेंट प्रदान करता है। 'निरामय' योजना की उपलब्धता के बावजूद VOSAP और PARIVAAR NCPO द्वारा किए गए शोध से पता चला है कि ऑनलाइन नामांकन, लाभों को समझने और बीमा क्लेम की जटिल प्रक्रिया को नेविगेट करने में आने वाली चुनौतियों के कारण इसका बहुत कम उपयोग होता है।

2022-23 में भारत सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, केवल 28,323 बीमा क्लेम (1,87,290 इनरॉल लाभार्थियों में से) का औसतन 6,405 रुपये प्रति क्लेम के साथ निपटारा किया गया। यह दिखाता है कि स्थिति बहुत है। क्योंकि भारत में IDDs की संख्या 1 करोड़ से अधिक है, इसकी तुलना में इनरॉलमेंट बहुत कम है। दूसरी बात ये है कि क्लेम की राशि 'निरामय' कार्यक्रम के तहत दी जानी वाली रीइंबर्समेंट से बहुत कम है।

ऐसे में सरकारी योजना की पहुंच को बढ़ाने और लाखों बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों की मदद करने के लिए VOSAP ने प्रोजेक्ट HITARTH के तहत PARIVAAR द्वारा नियुक्त सोशल वर्कर्स, जिन्हें HITARTH SAHAYAK कहा जाता है, को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। ये SAHAYAK, IDDs को जरूरी थेरेपी, दंत चिकित्सा, OPD सेवाओं तक पहुंचने में सहायता करेंगे। उन्हें भारत सरकार की योजना 'NIRAMAYA' से प्रति वर्ष 1 लाख रुपये तक की रीइंबर्समेंट मिलेगी।

इस पहल का नाम एक संक्षिप्त रूप है HITARTH, जिसका अर्थ भारतीय भाषा में 'शुभचिंतक' है। और यह हेल्थकेयर इनिशिएटिव टू अवेल रिहैबिलिटेटिव थेरेपीज एंड हेल्थ कवरेज के लिए है। इसे वर्तमान में मौजूद कमियों को दूर करने के लिए डिजाइन किया गया है।

इस पायलट कार्यक्रम का लक्ष्य अपने पहले वर्ष में 10,000 बौद्धिक विकलांग लोगों को लाभान्वित करना है। साथ ही 100,000 लाभार्थियों तक पहुंचने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को बेहतर बनाकर और चिकित्सा खर्च के वित्तीय बोझ को कम करके, HITARTH का लक्ष्य फिजियोथेरेपी और स्पीच थेरेपी आदि जैसे आवश्यक थेरेपी के माध्यम से IDDs के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।

इस कार्यक्रम के लॉन्च पर PARIVAAR NCPO के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पंकज मारू ने कहा, PARIVAAR 31 राज्यों में मौजूद अपने 300 से अधिक अभिभावक और स्वैच्छिक सदस्य संगठनों के माध्यम से लाखों PwIDDs के लिए निरामय स्वास्थ्य बीमा को ज्यादा सुलभ बनाने के लिए Voice of SAP के साथ सहयोग करके खुश है। VOSAP के संस्थापक प्रणव देसाई ने कहा कि हम इस नए मॉडल से मिलने वाले अवसरों के लिए बहुत उत्साहित हैं जो भारत सरकार के मौजूदा कार्यक्रमों और हमारे विश्वसनीय, प्रतिष्ठित भागीदारों जैसे PARIVAAR की ताकत का लाभ उठाता है। उन्होंने कहा कि VOSAP विकलांगता क्षेत्र में एक अग्रणी गैर-लाभकारी संगठन है जिसने 2017 से 25,000+ विकलांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण, छात्रवृत्ति आदि प्रदान करके सक्षम बनाया है।

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