भारतीय मूल के विवेक सरकार को जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग का डीन नामित किया गया है। उन्हें प्रतिष्ठित जॉन पी इमले जूनियर चेयर भी बनाया गया है।
इंस्टिट्यूट ने प्रेस रिलीज में विवेक सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा जगह और कंप्यूटिंग उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अब वह नई भूमिका में अपने विशाल अनुभव और विशेषज्ञता के इस्तेमाल से संस्थान को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। विवेक 1 जून से अपनी नई भूमिका संभालेंगे।
अकादमिक मामलों के प्रोवोस्ट और कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टीवन डब्ल्यू मैकलॉघलिन ने कहा कि हम विवेक सरकार को कंप्यूटिंग कॉलेज के नया डीन घोषित करने को लेकर काफी रोमांचित हैं। स्टीवन ने विवेक की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि विवेक कॉलेज को और भी अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और टेक कंप्यूटिंग के अगले युग की शुरुआत करेंगे।
विवेक स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में टेलीकम्युनिकेशंस में स्टीफन फ्लेमिंग चेयर का पद भी संभाला है। सरकार ने अपने कार्यों से हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग की अकादमिक समझ को बढ़ावा दिया है और आधुनिक समाज को आकार देने वाली प्रौद्योगिकियों के विकास को प्रभावित किया है।
विवेक के शोध ने समानांतर कंप्यूटिंग में कई सफलताएं हासिल की हैं, जिससे जटिल कंप्यूटिंग भी अधिक कुशल और आसान हो गई हैं। शैक्षणिक उपलब्धियों के अलावा, विवेक सरकार को अगली पीढ़ी के कंप्यूटर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का मार्गदर्शन करने का जुनून है।
विवेक सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग के अगले डीन के रूप में सेवाएं देना मेरे लिए एक सम्मान और विशेषाधिकार है। हमारे पास फैकल्टी, कर्मचारियों, छात्रों और पूर्व छात्रों का एक बड़ा समुदाय है। मुझे उम्मीद है कि मैं सभी के सहयोग से कंप्यूटिंग से संबंधित चुनौतियों और समाज पर इसके प्रभाव को संबोधित करने के हमारे मिशन को आगे बढ़ाऊंगा।
जॉर्जिया टेक में शामिल होने से पहले, विवेक सरकार राइस विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग में ईडी बुचर चेयर के रूप में कार्य कर चुके हैं जहां वे कंप्यूटर विज्ञान विभाग के अध्यक्ष भी थे। इससे पहले, वह आईबीएम रिसर्च में सीनियर मैनेजर और आईबीएम अकादमी ऑफ टेक्नोलॉजी के सदस्य भी रहे हैं।
सरकार ने अमेरिकी ऊर्जा विभाग के एडवांस वैज्ञानिक कंप्यूटिंग की एडवाइजरी कमिटी के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा 2015 से 2022 तक कंप्यूटिंग रिसर्च एसोसिएशन के निदेशक मंडल में भी रहे हैं। 2022 से वह ACM परिषद के सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login