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पनडुब्बी से द्वारका नगरी के दर्शन, इस साल दिवाली से पहले सच होगा सपना! 

एक समय में यह 30 यात्रियों को सफर कराने में सक्षम होगा। पानी के नीचे जाने वालों को समुद्र तल से 100 मीटर नीचे लुभावनी दृश्यों को देखने का मौका मिलेगा।

Image : Wikipedia /

पनडुब्बी से भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी के दर्शन। सुनकर रोमांच और आश्चर्य लग रहा है। लेकिन जल्द ही यह हकीकत में बदलने वाली है। इस सपने को साकार करने के लिए गुजरात सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार काम कर रही है। गुजरात सरकार प्रदेश में देश का पहला पनडुब्बी पर्यटन शुरू करने के लिए तैयार है। पनडुब्बी के जरिए पर्यटन विभाग द्वारका नगरी के दर्शन कराएगा। रिपोर्ट्स की मानें तो यह अनोखा टूरिज्म कार्यक्रम इस साल दिवाली से पहले शुरू होने वाला है।

इसके लिए गुजरात सरकार ने Mazgaon मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड (MDL) के साथ करार किया है। इस नई मुहिम का उद्देश्य पर्यटकों को पानी के नीचे की सुंदर दुनिया का पता लगाने के लिए विकल्प प्रदान करना है। द्वारका के तट से दूर एक छोटा सा द्वीप, और शहर जो भगवान कृष्ण से भी जुड़ा हुआ है।

भारतीय पर्यटन में एक मील का पत्थर चिह्नित करते हुए गुजरात सरकार, एमडीएल के सहयोग से, देश की पहली पनडुब्बी पर्यटन पहल का नेतृत्व कर रही है। बेट द्वारका के आसपास के समुद्री जीवन की खोज पर केंद्रित, यह परियोजना टाइटैनिक पनडुब्बी अभियान के समान है। पनडुब्बियों के लिए बैट द्वारका के पास एक विशेष घाट का भी निर्माण किया जाएगा।

इसके लॉन्च होने के साथ पर्यटकों को एक पनडुब्बी में समुद्र के लगभग 100 मीटर नीचे गोता लगाने का अभूतपूर्व अवसर मिलेगा। इसके साथ ही द्वीप के आसपास के समुद्री जीवन का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त होगा, जिसे भगवान कृष्ण द्वारा बनाया गया एक जलमग्न शहर भी माना जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पनडुब्बी का वजन लगभग 35 टन होगा। एक समय में यह 30 यात्रियों को सफर कराने में सक्षम होगा। पानी के नीचे जाने वालों को समुद्र तल से 100 मीटर नीचे लुभावनी दृश्यों को देखने का मौका मिलेगा।

पनडुब्बी में 6 क्रू सदस्यों के साथ 24 पर्यटक यात्रा पर जा सकेंगे। बैठने की व्यवस्था इस तरह से डिजाइन की गई है कि हर किसी को पानी के नीचे के दृश्यों का सबसे अच्छा आनंद मिल सके। यह उम्मीद की जाती है कि यह परियोजना इस क्षेत्र में अधिक रोजगार, निवेश और पर्यटन को विकसित करेगी। खबरों की मानें तो आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में इस संबंध में आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है।

गुजरात पर्यटन के प्रबंध निदेशक सौरभ पारधी के अनुसार, यह अनूठी परियोजना निश्चित रूप से द्वारका में पर्यटन को महत्वपूर्ण बढ़ावा देगी, जो मुख्य रूप से अपने धार्मिक महत्व और हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल श्रद्धेय द्वारकाधीश मंदिर के लिए जाना जाता है।

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