विनीत जगदीसन नायर को एमआईटी-पिलर AI कलेक्टिव फेलो के रूप में चुना गया है। वह एकमात्र भारतीय मूल के ऐसे शख्स हैं जिन्हें इस प्रोग्राम के लिए अन्य पांच फेलो में से चुना गया है। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस प्रोग्राम की मदद से ऐसे स्टूडेंट जो मास्टर या पीएचडी प्रोग्राम के अपने फाइनल ईयर में हैं, अपने इनोवेशन के व्यवसायीकरण के उद्देश्य से AI, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के क्षेत्रों में रिसर्च करेंगे।
विनीत नायर मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहे हैं। उनका रिसर्च मॉडलिंग ऑन पावर ग्रिड और बैटरी और इलेक्ट्रिक वाहनों को एकीकृत करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी मार्केट पर केंद्रित है। फेलो के रूप में नायर की भूमिका के बारे में अधिक जानकारी देते हुए एमआई की तरफ से बताया गया है कि वह जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कम्प्यूटेशनल उपकरण विकसित करने में व्यापक रूप से रुचि रखते हैं।
जानकारी के मुताबिक, नायर पावर सिस्टम के लिए मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के प्रयोग का पता लगाएंगे। विशेष रूप से वह बिजली की मांग और सप्लाई की फोरकास्ट में सुधार के लिए प्रयोग करेंगे। नायर उच्च-फिडेलिटी सिमुलेशन की स्पीड और एक्यूरेसी बढ़ाने के लिए पारंपरिक न्यूमेरिकल मेथड के साथ फिजिक्स-इनफॉर्म्ड मशीन लर्निंग पर भी काम कर रहे हैं।
उनका काम रिन्यूएबल और क्लीन ऊर्जा संसाधनों को बेहतर करने में मदद कर सकता है। शिक्षा के अलावा, नायर उद्यमिता में सक्रिय हैं। हाल ही में उन्होंने ग्रीस में 2023 MIT ग्लोबल स्टार्टअप वर्कशॉप के आयोजन में मदद की है। नायर ने एमआईटी से कम्प्यूटेशनल साइंस और इंजीनियरिंग में एमएस की डिग्री, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से गेट्स स्कॉलर के रूप में एनर्जी टेक्नोलॉजीज में एमफिल, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और अर्थशास्त्र में बीए किया है।
2022 में एमआईटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग और पिलर वीसी द्वारा लॉन्च किया गया एमआईटी-पिलर एआई कलेक्टिव एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस पर शोध करने वाले छात्रों का समर्थन करता है। कार्यक्रम का मिशन व्यवसायीकरण की दिशा में अनुसंधान को आगे बढ़ाना है।
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