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कौन हैं वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी जिनके हाथ होगी भारत के नौसेना की कमान

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी 30 अप्रैल को एडमिरल आर हरि कुमार के स्थान पर भारत के अगले नौसेना प्रमुख होंगे। त्रिपाठी नई भूमिका में स्वदेशीकरण पर ध्यान देने के साथ नौसेना की आधुनिकीकरण योजनाओं का भी नेतृत्व करेंगे।

भारतीय नौसेना के नए चीफ होंगे वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, 30 अप्रैल को संभालेंगे पदभार। / @sanket_tengse

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी 30 अप्रैल को एडमिरल आर हरि कुमार के स्थान पर भारत के अगले नौसेना प्रमुख होंगे। कुमार दो साल और पांच महीने तक भारतीय नौसेना का नेतृत्व करने के बाद रिटायर हो रहे हैं। त्रिपाठी वर्तमान में उप प्रमुख के रूप में काम कर रहे हैं। एडमिरल आर हरि कुमार के के बाद वही नौसेना में सबसे सीनियर अधिकारी हैं। इसलिए, उन्हें उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त करके सरकार ने बलों के लिए वरिष्ठता सिद्धांत का पालन किया है।

इसके साथ ही आने वाले समय में देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व में और बदलाव होंगे। क्योंकि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे 31 मई को रिटायर होंगे। उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी इस पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। पांडे के रिटायर होने के बाद वह वरिष्ठतम सेवारत अधिकारी होंगे।

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी जनवरी 2024 में नौसेना के उप प्रमुख के रूप में नियुक्त होने से पहले पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख थे। उन्होंने पहले नौसेना के कार्मिक प्रमुख के रूप में काम किया था। सैनिक स्कूल, रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के पूर्व छात्र रहे त्रिपाठी को 1 जुलाई, 1985 को भारतीय नौसेना में नियुक्त किया गया था।

संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ के रूप में उन्होंने फ्रंटलाइन युद्धपोतों पर सिग्नल संचार अधिकारी और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध अधिकारी के रूप में काम किया है। बाद में गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई के कार्यकारी अधिकारी और प्रमुख युद्ध अधिकारी के रूप में काम किया। वह ऐसे समय में सेवा संभालेंगे जब समुद्रों में कई चुनौतियां शामिल हैं। इनमें चीन का पावर गेम, अरब सागर का एक नए मोर्चे के रूप में उभरना, लाल सागर तनाव बढ़ना और समुद्री डकैती शामिल है।

नई भूमिका में त्रिपाठी स्वदेशीकरण पर ध्यान देने के साथ नौसेना की आधुनिकीकरण योजनाओं का भी नेतृत्व करेंगे। नौसेना 2047 तक पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनने पर काम कर रही है जब भारत अपनी आजादी के 100 साल मनाएगा।

विनाश, किर्च और त्रिशूल जैसे युद्धपोतों की कमान संभालने के अलावा त्रिपाठी ने मुंबई में पश्चिमी बेड़े के संचालन अधिकारी, नौसेना संचालन निदेशक, नेटवर्क केंद्रित संचालन के प्रधान निदेशक और नई दिल्ली में नौसेना योजनाओं के प्रमुख निदेशक का अहम रोल संभाला है। उनकी अन्य नियुक्तियों में नौसेना स्टाफ के सहायक प्रमुख (नीति और योजना) और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग, पूर्वी बेड़ा शामिल हैं।

जून 2019 में वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नति के बाद उन्हें केरल के एझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी का कमांडेंट नियुक्त किया गया था। जुलाई 2020 से मई 2021 तक वह नौसेना संचालन के महानिदेशक भी थे। बाद की भूमिका में उन्होंने सुनिश्चित किया कि नौसेना कोविड-19 महामारी के बावजूद कई जटिल सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार, एकजुट और विश्वसनीय बल बनी रहे।

त्रिपाठी प्रतिष्ठित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने गोवा के नेवल वॉर कॉलेज और रोड आइलैंड के न्यूपोर्ट स्थित यूएस नेवल वॉर कॉलेज में पढ़ाई की है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंधों और सैन्य इतिहास के एक उत्सुक छात्र के रूप में भी जाना जाता है।

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