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USHA ने अटलांटा में 'वंदे भारतम डिनर' का आयोजन किया, हिंदू धर्म और भारत पर हुई चर्चा

USHA अमेरिका भर में वंदे भारतम (भारत को नमन) डिनर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है ताकि भारत, इसके लोगों, इतिहास, संस्कृति और योगदान का जश्न मनाया जा सके। इसका मकसद बदलते हिंदू समाज और उभरते भारत के बारे में अधिक जागरूकता और समझ को बढ़ावा देना है।

USHA अमेरिका में हिंदुओं के बीच एक जमीनी स्तर पर काम करने वाला संगठन है। इसका उद्देश्य दुनिया भर में हिंदुओं के हितों की रक्षा और बढ़ावा देना है। / USHA

यूनाइटेड स्टेट्स हिंदू एलायंस (USHA) ने 30 जून को अटलांटा में 'वंदे भारतम डिनर' के बैनर तले एक नई पहल शुरू की। इसका उद्देश्य बदलते हिंदू समाज और उभरते भारत के बारे में अधिक जागरूकता और समझ को बढ़ावा देना था। इसका शुभारंभ श्रेया सुनील द्वारा श्री गणेश को समर्पित एक मंत्र से किया गया। इसके बाद अमेरिका और भारत के राष्ट्रगान बजाए गए। USHA अमेरिका में हिंदुओं के बीच एक जमीनी स्तर पर काम करने वाला संगठन है। इसका उद्देश्य दुनिया भर में हिंदुओं के हितों की रक्षा और बढ़ावा देना है।

इस कार्यक्रम के अध्यक्ष सुधीर अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में 225 आमंत्रित मेहमानों को कार्यक्रम का उद्देश्य और USHA के मिशन के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'USHA अमेरिका भर में वंदे भारतम (भारत को नमन) डिनर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है ताकि भारत, इसके लोगों, इतिहास, संस्कृति और योगदान का जश्न मनाया जा सके।' यह कार्यक्रम अटलांटा में भारत के महावाणिज्य दूत रमेश बाबू लक्ष्मणन, स्वर्गीय डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर की भतीजी डॉ. अल्वेडा किंग, कई निर्वाचित प्रतिनिधियों, राजनयिकों, सीईओ और समुदाय नेताओं की उपस्थिति से संपन्न हुआ।

इस मौके पर महावाणिज्य दूत रमेश बाबू लक्ष्मणन ने अपने संबोधन में भारत द्वारा विभिन्न क्षेत्रों- अंतरिक्ष, निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में हो रही प्रगति की एक झलक पेश की। उन्होंने भारत की आगामी कुछ वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की महत्वाकांक्षी योजना के बारे में भी बात की। उन्होंने जागरूकता पैदा करने और सेतु बनाने के लिए USHA की पहल की सराहना की।

स्वर्गीय डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर की भतीजी डॉ. अल्वेडा किंग ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए USHA का धन्यवाद किया। इसके साथ ही अपने परिवार के भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों की यादें साझा कीं। उन्होंने मार्टिन लूथर और महात्मा गांधी के ऐतिहासिक संबंधों पर भी प्रकाश डाला। सभा में बोलने वालों में जॉर्जिया राज्य सीनेटर शॉन स्टिल, जॉर्जिया हाउस के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार नरेंद्र रेड्डी और जॉर्जिया सीनेट के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार अश्विन रामस्वामी शामिल भी थे।

USHA के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोकुल कुन्नाथ ने भारत की तीन विशेषताओं- लोकतंत्र, विविधता और धर्म के बारे में बात की। उन्होंने हाल ही में भारत में हुए आम चुनावों पर रोशनी डाली, मानव इतिहास का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अभ्यास था। 2024 के चुनावों की खासियत यह थी कि हर राजनीतिक पार्टी परिणामों से खुश है, जो किसी भी देश में एक असामान्य घटना है। उन्होंने प्राचीन सभ्यता की विविधता के बारे में विस्तार से बताया। यह विविधता किसी भी समाज में वास्तविक स्वतंत्रता के अस्तित्व का सबसे अच्छा प्रमाण है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि धर्म हिंदुओं का दुनिया के लिए सबसे बड़ा योगदान है और इसलिए भारत को कभी भी मानवाधिकार उल्लंघन, पीड़ितों या नरसंहार के लिए नहीं जाना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि 1200 वर्षों के क्रूर कब्जे के बावजूद आज का भारत पूरी दुनिया के लिए एक रोल मॉडल बन गया है। भारत का विचार दुनिया में अद्वितीय है क्योंकि यह स्वाभाविक रूप से समावेशी है और समावेशिता हिंदुओं के लिए शास्त्रों में निर्धारित है। अटलांटा के एक प्रमुख ISKCON नेता बालबहादुर दास ने भी हर हिंदू के दिल में भारत के स्थान के बारे में बात की। उन्होंने विभिन्न समुदायों के लोगों को एक साथ लाने के लिए USHA के काम की भी सराहना की।

कार्यक्रम में समुदाय के कई प्रमुख नेताओं को सम्मानित किया गया। इनमें लिलबर्न में वैदिक मंदिर के संस्थापक और हिंदू धर्म पर कई पुस्तकों के लेखक डॉ. दीन बंधु चंदोरा, डॉ. सुजाता रेड्डी और डॉ. भगीरथ मजमुदार USHA के लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड के प्राप्तकर्ता हैं। डॉ. सुजाता रेड्डी अटलांटा हिंदू मंदिर की पूर्व अध्यक्ष, USHA की संस्थापक सदस्य हैं। डॉ. भगीरथ मजमुदार अटलांटा के लंबे समय से निवासी हैं और एमोरी यूनिवर्सिटी में चिकित्सा के प्रोफेसर के रूप में काम कर चुके हैं। वह संस्कृत के विद्वान हैं और पूरे देश में 400 से अधिक हिंदू विवाहों का संचालन कर चुके हैं।

हृदय रोग विशेषज्ञ और जॉर्जिया एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स फ्रॉम इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. श्रीनिवास गंगासानी को USHA का लीडरशिप अवॉर्ड मिला। वह वर्तमान में जॉर्जिया कंपोजिट मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष हैं। सनातन धर्म अवॉर्ड अटलांटा के श्री शक्ति मंदिर को दिया गया, जो अमेरिका में हिंदू हितों और सनातन धर्म की रक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। शक्ति मंदिर उत्तरी अमेरिका के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। इसके स्थापित होने के बाद से एक लाख से अधिक भक्त इस मंदिर में आ चुके हैं। USHA की पहली बैठक शक्ति मंदिर में ही हुई थी। कार्यक्रम में स्थानीय नृत्य स्कूलों के कई कलाकारों ने भाग लिया।

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