उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और एस्ट्रो-टूरिज्म कंपनी स्टारस्केप्स (Starscapes) ने नक्षत्र सभा शुरू करने के लिए साझेदारी की है। यह एक व्यापक एस्ट्रो टूरिज्म के लिए डिजाइन की गई एक पहल है। नक्षत्र सभा तारों को देखने, विशेष सौर अवलोकन, एस्ट्रो फोटोग्राफी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देगी। युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना भी इसका मकसद है।
इस पहल का उद्देश्य खगोल विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों और पर्यटकों को ब्रह्मांड की सुंदरता को देखने के लिए एक साथ एक मंच पर लाना है। यह अभियान स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। इससे रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे।
उत्तराखंड सरकार के पर्यटन सचिव ने इस परियोजना को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। उत्तराखंड के प्रचुर वन संपदा, प्रकृति-आधारित पर्यटन, प्रमुख शहरों तक आसान पहुंच और होमस्टे सहित एक अच्छी तरह से स्थापित हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का अनूठा मेल, इसे दुनिया भर के खगोल पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
नक्षत्र सभा अगले महीने जून की शुरुआत में मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट से शुरू होने वाली है। यह 2025 के मध्य तक जारी रहेगी। इस आयोजन में उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर एस्ट्रो टूरिज्म कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित होगी। इसमें विशेषज्ञों के साथ सेमिनार और वेबिनार के अलावा उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चमोली जिलों में डार्क स्काई संभावित स्थलों को कवर किया जाएगा। ये आयोजन न केवल ब्रह्मांड को जानने के अवसर प्रदान करेंगे, बल्कि उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल और चमोली जैसे जिलों में संभावित नाइट स्काई साइटों का भी पता लगाएंगे।
नक्षत्र सभा का उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देना है। खगोल विज्ञान और पर्यटन में रुचि रखने वाले स्थानीय लोगों के लिए पेशेवर प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाएंगे। स्टारस्केप्स की टीम स्थानीय समुदायों, यात्रा और पर्यटन भागीदारों के साथ साथ होमस्टे समुदायों के साथ सक्रिय रूप से काम करेगी। नक्षत्र सभा के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने को प्रशिक्षण और निरंतर सहायता प्रदान करेगी।
नाइट स्काई का संरक्षण प्रकाश प्रदूषण को कम करके रात के पर्यावरण के प्राकृतिक अंधेरे को बचाने से जुड़ा है। इसमें सितारों, ग्रहों और अन्य खगोलीय वस्तुओं की स्पष्टता और विजिबिलिटी की रक्षा के साथ-साथ रात के इकोसिस्टम की प्राकृतिक लय को बनाए रखने के प्रयास शामिल हैं। इस संरक्षण में अनावश्यक आर्टिफिशियल लाइट सोर्स को कम करना और एनर्जी-एफिशिएंट लाइट सॉल्यूशन के उपयोग को बढ़ावा देना शामिल है।
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