अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स के यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) ने अपनी नई एआई टास्क फोर्स (AI-TF) का ऐलान किया है। इसकी घोषणा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को लेकर अमेरिका और भारत की लीडरशिप की भावनाओं के अनुरूप की गई है।
यूएसआईबीसी के अनुसार, यह टास्क फोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अवधारणाओं व सिद्धांतों को आगे बढ़ाएगा, बहु हितधारक प्रक्रियाओं को चलाएगा और अपनी टेक्नोलोजी के विकास व व्यावसायीकरण को बढ़ावा देगा।
USIBC is pleased to announce the inauguration of its AI Task Force (AI-TF), a pivotal step in aligning U.S. and Indian leadership on artificial intelligence (#AI). The Task Force is set to propel AI concepts, drive multistakeholder processes, and foster the development and… pic.twitter.com/hwu6u4HXr3
— U.S.-India Business Council (@USIBC) February 15, 2024
यूएसआईबीसी के अध्यक्ष एंबेसडर अतुल केशप ने कहा कि एआई-टीएफ की लॉन्चिंग के साथ हम एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। हमारा रणनीतिक फोकस साफ है। एआई-टीएफ एक गेमचेंजर है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तेजी से विकसित होते परिदृश्य के बीच इसकी खासतौर से आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि इस पहल के जरिए हम एआई की विशाल क्षमताओं का दोहन करना चाहते हैं, जो अमेरिका और भारतीय दोनों अर्थव्यवस्थाओं तथा हमारे नागरिकों के नेतृत्व वाले समाजों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देती हैं। केशप ने कहा कि हम एक ऐसे भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हैं, जहां एआई तरक्की का आइना है।
यूएसआईबीसी एआई बोर्ड की सलाहकार समिति में इकिगाई लैब्स के प्रेसिडेंट कमल अहलूवालिया, ट्रांसयूनियन में अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रेसिडेंट टॉड स्किनर और यूएसआईबीसी बोर्ड के चेयरमैन व नैस्डैक के वाइस चेयरमैन एड नाइट शामिल हैं।
एड नाइट के अनुसार, यूएसआईबीसी की तरफ से एआई-टीएफ का निर्माण सबसे नवीन और परिवर्तनकारी टेक्नोलोजी पर गहरी साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह टास्क फोर्स एआई को अपनाने के लिए सैद्धांतिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह सुनिश्चित करेगा कि इन परिवर्तनकारी तकनीकों का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल किया जा सके। यूएसआईबीसी को उम्मीद है कि एआई लीडरशिप को मजबूत बनाने के लिए उसकी अमेरिका और भारत दोनों से ही लगातार लगातार चर्चा होती रहेगी।
वहीं, यूएस नेशनल साइंस फाउंडेशन के निदेशक डॉ सेथुरमन पंचनाथन ने अपनी टिप्पणी में कहा कि यह साझेदारी एक भरोसेमंद और सुरक्षित एआई एंटरप्राइस के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। एआई अविश्वसनीय रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, जिससे शोधकर्ताओं को साझा मूल्यों एवं सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए अत्याधुनिक इनोवेशन और खोजों के लिए संसाधनों के साझा इस्तेमाल की जरूरत है।
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