यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) ने हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के अध्यक्ष, प्रतिनिधि माइकल मैककॉल (आर-टीएक्स) के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल का नई दिल्ली में स्वागत किया और एक बंद कमरे में सदस्यों की बातचीत की मेजबानी की।
यह बातचीत रक्षा और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में दोनों देशों के साझा हित को दर्शाती है।
इस बातचीत में एयरोस्पेस और रक्षा, सेमीकंडक्टर विनिर्माण और डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे क्षेत्रों के प्रतिनिधिमंडल और उद्योग प्रतिनिधि शामिल थे। अध्यक्ष मैककॉल के अलावा, द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधि नैन्सी पेलोसी (डी-सीए), स्पीकर एमेरिटा; प्रतिनिधि मारियानेट मिलर-मीक्स (आर-आईए), हाउस वेटरन्स अफेयर्स कमेटी; प्रतिनिधि ग्रेगरी मीक्स (डी-एनवाई), रैंकिंग सदस्य, हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी; प्रतिनिधि निकोल मैलियोटाकिस (आरएनवाई), हाउस वेज़ एंड मीन्स कमेटी; प्रतिनिधि जिम मैकगवर्न (डी-एमए), हाउस रूल्स कमेटी और प्रतिनिधि अमी बेरा (डी-सीए), हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी शामिल थे।
यूएसआईबीसी के दिल्ली स्थित प्रबंध निदेशक अलेक्जेंडर स्लेटर ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के सदस्यों के बीच बैठक से पता चलता है कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच घनिष्ठ रणनीतिक सहयोग को अमेरिका में व्यापक आधार पर राजनीतिक समर्थन प्राप्त है। दोनों देशों की कंपनियां स्वतंत्र, खुले, समृद्ध और शांतिपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र के निर्माण के आधिकारिक प्रयासों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह भारत की विकास आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा ऐसे समय पर हुई जब नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच बैठक हुई। इस बैठक में महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर द्विपक्षीय रणनीतिक सहयोग बढ़ाने पर फोकस था।
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