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अमेरिका-भारत के बीच आर्थिक सहयोग कैसे बढ़े, USIBC की पहल पर हुई उच्चस्तरीय बैठक

दोनों पक्षों के बीच इनोवेशन और टेक्नोलोजी को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर देते हुए इन  क्षेत्रों में विशेषज्ञता एवं संसाधनों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई।

बैठक में भारतीय विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा (बाएं) और नैस्डेक के कार्यकारी उपाध्यक्ष एड नाइट शामिल हुए। / X @USIBC

यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) की अगुआई में भारत के विदेश सचिव राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और USIBC के बोर्ड अध्यक्ष व नैस्डेक के कार्यकारी उपाध्यक्ष एड नाइट के बीच उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। 



बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशना था। इस दौरान अमेरिका और भारत के बीच निवेश बढ़ाने पर गहराई से बातचीत की गई। 

दोनों पक्षों के बीच इनोवेशन और टेक्नोलोजी को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर देते हुए इन  क्षेत्रों में विशेषज्ञता एवं संसाधनों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने के तरीकों पर भी चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि आर्थिक विकास के लिए वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में इनोवेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। 

USIBC ने दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित किया। आपसी लाभ की अपार संभावनाओं को स्वीकार करते हुए दोनों पक्षों ने व्यापार एवं निवेश के अवसरों को विस्तार देने की ऐसी रणनीतियों पर मंथन किया जिससे दोनों देशों की आर्थिक समृद्धि में योगदान दिया जा सके। 

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा की मौजूदगी द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने और व्यापार व निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 

यूएसआईबीसी और नैस्डैक के अधिकारियों के साथ उनकी भागीदारी भारत और अमेरिका के निजी क्षेत्रों के बीच बातचीत और सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए साझा प्रतिबद्धता का संकेत देती है।

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