अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य आयोग (USCIRF) ने जो रिपोर्ट जारी की है उसमें भारत की स्थिति को चिंताजनक बताया गया है। रिपोर्ट के इंडिया कंट्री अपडेट में कहा गया है कि वर्ष 2024 में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो भारत में गिरती हुई धार्मिक स्वतंत्रता की स्थितियों का खुलासा करती हैं।
यह रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे पूरे 2024 में निगरानी समूहों द्वारा व्यक्तियों को मार डाला गया, पीटा गया, धार्मिक नेताओं को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया गया और घरों व पूजा स्थलों को ध्वस्त कर दिया गया। ये घटनाएं विशेष रूप से धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन हैं।
इसमें धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों के खिलाफ हिंसक हमलों को उकसाने के लिए सरकारी अधिकारियों द्वारा नफरत फैलाने वाले भाषण सहित गलत सूचनाओं और दुष्प्रचार के उपयोग का उल्लेख किया गया है।
रिपोर्ट मे नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), समान नागरिक संहिता (UCC)) और कई राज्य-स्तरीय धर्मांतरण विरोधी और गोहत्या विरोधी कानूनों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों को लक्षित करने और उन्हें मताधिकार से वंचित करने के लिए भारत के कानूनी ढांचे में बदलाव और कार्यान्वयन को भी रेखांकित किया है।
अपनी 2024 की वार्षिक रिपोर्ट में USCIRF ने सिफारिश की है कि अमेरिकी विदेश विभाग भारत को 'विशेष चिंता वाले देश' के रूप में नामित करे या धार्मिक स्वतंत्रता के व्यवस्थित, चल रहे और गंभीर उल्लंघन में संलग्न हो।
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (USCIRF) विदेश में धार्मिक स्वतंत्रता पर निगरानी, विश्लेषण और रिपोर्ट करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र, द्विदलीय संघीय सरकार इकाई है। USCIRF धार्मिक उत्पीड़न को रोकने और धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रपति, राज्य सचिव और कांग्रेस को विदेश नीति की सिफारिशें करता है।
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