अमेरिका में भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों पर बढ़ते हमलों के बीच भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने शुक्रवार को कहा कि इस तरह की घटनाओं के होने पर दुख होता है। इस मामले की जांच के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों के अध्ययन के लिए अमेरिका सबसे सटीक जगह है। अन्य देशों के मुकाबले अमेरिका में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या सबसे अधिक है।
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने शुक्रवार को कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अमेरिका भारतीय छात्रों के लिए एक सुरक्षित गंतव्य बना रहे। उन्होंने कहा कि जब इस तरह की कोई त्रासदी होती है तो हमें दुख होता है, चाहे वह किसी के द्वारा की गई हत्या हो या कोई हिंसा। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारतीयों को पता चले कि संयुक्त राज्य अमेरिका अध्ययन करने और सुरक्षित रहने के लिए एक बेहतर जगह है।
एरिक गार्सेटी ने कहा कि हम स्वीकार करते हुए कि इस तरह की घटना अमेरिका में हुई है, जांच जारी है। हम भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस हत्या में मारे गए छात्रों के परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक भारतीय अमेरिका में पढ़ रहे हैं। मार्च 2023 से भारत में अमेरिका के 26वें राजदूत के रूप में काम कर रहे गार्सेटी ने कहा कि पिछले साल ही 2,00,000 से अधिक वीजा दिए गए।
गौरतलब है कि भारत ने इन मौतों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत पर कहा था कि पांच में से दो भारतीय छात्र थे और बाकी तीन भारतीय मूल के थे। जायसवाल ने कहा था कि हम भारतीय नागरिकों के मामलों में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। बता दें कि अमेरिका में इस साल अब तक दो भारतीय नागरिकों और तीन भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी है।
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