अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवारी के प्रमुख दावेदार भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी अपने हिंदू धर्म को लेकर अक्सर खुलकर बात करते हैं। वह कहते रहे हैं कि मैं फर्जी हिंदू नहीं हूं। हाल ही में उन्हें हिंदू धर्म से जुड़ा एक विशेष उपहार मिला। यह उपहार था, ऋग्वेद का।
अमेरिका के ओहायो स्थित डेटन मंदिर में विवेक रामास्वामी के परिजनों को गैर लाभकारी संस्था केरला हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका (KHNA) की तरफ से ऋग्वेद की एक प्रति प्रदान की गई। उन्होंने बड़ी श्रद्धा के साथ भारतीय हिंदू धर्म के इस पुरातन ग्रंथ की प्रतिलिपि स्वीकार की।
Parent's of Vivek Ramaswamy were presented "Rig Vedam" at Dayton Temple by hindus living in North America.
— Megh Updates
Vivek's father conducted a pooja for the book & passed it to Vivek, who received it with immense reverence & recited the Aikyamatya Sukthampic.twitter.com/B0YSdV3Enq
रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार विवेक रामास्वामी के पिता ने ऋग्वेद ग्रंथ को स्वीकार करते हुए पूजन अर्चन किया और उसे विवेक को सौंपा। उन्होंने इस दौरान ऐक्यमत्य सूक्तम का पाठ भी किया। इस सूक्त का पाठ सामान्य उद्देश्य की दिशा में कार्य करने के लिए लोगों को एकजुट करने और शांति की स्थापना के लिए किया जाता है।
गौरतलब है कि विवेक रामास्वामी ने कुछ समय पहले सीएनएन के एक टाउन हॉल में एक सवाल के जवाब में खुलकर कहा था कि मैं एक हिंदू हूं और मैं कोई फर्जी हिंदू नहीं हूं जिसने अपना धर्म बदलकर इसे अपनाया हो। मैं अपने राजनीतिक करियर के लिए झूठ नहीं बोल सकता। विवेक से पूछा गया था कि आप हिंदू होकर अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर देश को कैसे चला सकते हैं। कई लोगों का मानना है कि आप अमेरिकी राष्ट्रपति नहीं बन सकते क्योंकि आप उस धर्म के नहीं हैं जिसे अमेरिका की स्थापना करने वाले पूर्वज मानते हैं।
इस पर विवेक रामास्वामी का कहना था कि मैं इस बात से सहमत नहीं हूं। मेरा मानना है कि हम सब बराबर हैं क्योंकि हमारे अंदर किसी न किसी रूप में भगवान बसते हैं। मैं ईसाई धर्म का प्रचार करने के लिए सबसे अच्छा राष्ट्रपति नहीं हो सकता। वैसे अमेरिकी राष्ट्रपति का ये काम होता भी नहीं है। लेकिन मैं उन मूल्यों का पालन जरूर करूंगा जिन पर अमेरिका की स्थापना हुई थी।
बता दें कि 38 वर्षीय विवेक रामास्वामी के माता पिता भारत के केरल के मूल निवासी थे, जो बाद में अमेरिका आकर बस गए थे। हालांकि विवेक का जन्म ओहायो में ही हुआ है। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान दोस्त बनी अपूर्वा से शादी की है।
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