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इस उद्देश्य के साथ अमेरिकी नौसेना का जहाज पहुंचा भारत...

टाइगर ट्रायम्फ - 24 भारतीय और अमेरिकी सेनाओं के बीच एक सहयोग है जिसके तहत होने वाले अभ्यास का उद्देश्य आपदा राहत के लिए परस्पर गतिविधियों को बढ़ाना है।

यूएसएस समरसेट (एलपीडी-25) 18 मार्च को भारत पहुंचा। / Image : X@IN_HQENC

अमेरिका की नौसेना का दो विधाओं वाला युद्धपोत और परिवहन जहाज यूएसएस समरसेट (एलपीडी-25), आगामी द्विपक्षीय त्रि-सेवा मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास 'टाइगर ट्रायम्फ- 24' में भाग लेने के लिए 18 मार्च को विशाखापत्तनम पहुंच गया। 

टाइगर ट्रायम्फ - 24 भारतीय और अमेरिकी सेनाओं के बीच एक सहयोग है जिसके तहत होने वाले अभ्यास का उद्देश्य आपदा राहत के लिए परस्पर गतिविधियों को बढ़ाना है। इसमें संकट के दौरान सुचारू समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एचएडीआर संचालन और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को सुव्यवस्थित करना शामिल होगा।

भारत के रक्षा मंत्रालय, विशाखापत्तनम के रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि भारत और अमेरिका 18 मार्च से द्विपक्षीय त्रि-सेवा एचएडीआर अभ्यास, टाइगर ट्रायम्फ -24 के लिए तैयार हैं। भारतीय नौसेना, सेना और वायु सेना इकाइयां पूर्वी समुद्री तट पर अभ्यास के लिए चिकित्सा दल सहित अमेरिकी समकक्षों के साथ सेना में शामिल हो गई हैं।

18 मार्च से 25 मार्च तक चलने वाले इस अभ्यास के हार्बर चरण में दोनों देशों के कर्मी विभिन्न गतिविधियों में शामिल होंगे। इनमें प्रशिक्षण दौरे, विषय वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान, खेल आयोजन और बहुत कुछ शामिल हैं। यह चरण आगामी समुद्री चरण के लिए नींव के रूप में कार्य करता है।

हार्बर चरण के बाद भाग लेने वाले जहाज समुद्री चरण की ओर बढ़ेंगे। इस चरण में जहाज और सैनिक सिम्युलेटेड परिदृश्यों के अनुरूप समुद्री, उभयचर और एचएडीआर संचालन की एक श्रृंखला को अंजाम देंगे। यह चरण हार्बर चरण के दौरान प्राप्त कौशल के व्यावहारिक अनुप्रयोग का उपयोग करता है। इस अभ्यास के माध्यम से भारत और अमेरिका मानवीय संकटों से प्रभावी ढंग से निपट सकते हैं।
 

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