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डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी न मिलने पर निर्दलीय रेस में उतरे इस प्रत्याशी ने छोड़ा मैदान, ट्रम्प का फायदा?

रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने अपने पिता पूर्व राष्ट्रपति कैनेडी का नाम लेकर डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए अभियान शुरू किया था, लेकिन बदले हालात में उन्होंने न सिर्फ रेस से नाम वापस ले लिया बल्कि ट्रम्प के समर्थन का भी ऐलान कर दिया।

रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने ट्रम्प का समर्थन करने का ऐलान किया है। / REUTERS/Go Nakamura

अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने मैदान छोड़कर रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन का ऐलान किया है। इसके बाद ट्रम्प की कैंपेन टीम ने दावा किया है कि कैनेडी के समर्थक वोट अब ट्रम्प के खाते में आ रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों की राय कुछ अलग है।

रॉयटर्स के मुताबिक, आरएफके जूनियर नाम से चर्चित रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने अपने पिता पूर्व राष्ट्रपति कैनेडी का नाम लेकर डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए अपना अभियान शुरू किया था, लेकिन बदले हालात में शुक्रवार को उन्होंने न सिर्फ रेस से अपना नाम वापस ले लिया बल्कि एरिजोना में ट्रम्प की रैली में भी शामिल हुए। 

कैनेडी के ऐलान के बाद ट्रम्प वॉर रूम ने एक्स पर दावा किया कि आरएफके जूनियर के समर्थक वोट अब ट्रम्प की तरफ आ रहे हैं। ट्रम्प कैंपेन के सीनियर एडवाइजर टिम मुर्तो का दावा है कि पेंसिलवेनिया जैसे राज्यों में जहां दसियों हजार वोटों पर उनका असर है, काफी मायने रखते हैं। ये कुल वोटों के आधे या तीन चौथाई तक जा सकते हैं। 



हालांकि चुनावी रणनीतिकार इस बात को लेकर एकराय नहीं है कि कैनेडी के समर्थन से ट्रम्प को मदद मिलेगी या नहीं, जिनका 5 नवंबर को चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के साथ कड़े मुकाबले में हैं।

पर्यावरण वकील कैनेडी जूनियर  टीका विरोधी एक्टिविस्ट और डेमोक्रेटिक राजनीति के दो दिग्गजों के बेटे और भतीजे हैं जिनकी 1960 के दशक के दौरान हत्या कर दी गई थी। कैनेडी ने कहा है कि वह 10 राज्यों से अपना नाम वापस ले लेंगे। ये राज्य चुनाव के नतीजों को तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं। 

रॉयटर्स के मुताबिक, कैनेडी अप्रैल 2023 में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ रेस में उतरे थे। एक वक्त ऐसा भी था, जब बहुत से मतदाता बाइडेन की उम्र और ट्रम्प के रवैये की वजह से इन दोनों से खफा थे। उस वक्त कैनेडी का नाम खूब जोर पकड़ रहा था। 

हालांकि कैनेडी ने बाद में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया। नवंबर 2023 में रॉयटर्स और इप्सोस के चुनावी सर्वेक्षण में त्रिकोणीय मुकाबले में कैनेडी को 20 प्रतिशत मतदाताओं के समर्थन का दावा किया गया था। 

लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन की जगह कमला हैरिस के मैदान में आने के बाद कैनेडी का समर्थन काफी घट गया था। इस महीने कराए गए इप्सोस के पोल में कैनेडी को महज चार फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया था। 

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