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अमेरिका ने भारत से यूक्रेन में स्थायी शांति के लिए समर्थन मांगा

यह मांग तब की गई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8-9 जुलाई को रूस की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले थे।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल / Screengrab, YouTube/US Department of State

अमेरिका ने नई दिल्ली से 'यूक्रेन में स्थायी और न्यायसंगत शांति प्राप्त करने' के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया है। इसी के साथ अमेरिका ने एक बार फिर से भारत को कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रमुख भागीदार बताया है। 

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने 18 जुलाई को एक प्रेस वार्ता के दौरान पीएम मोदी की हालिया रूस यात्रा के मद्देनजर भारत-अमेरिका संबंधों की रोशनी में यह टिप्पणी की। पटेल ने कहा कि मोटे तौर पर भारत एक ऐसा देश बना हुआ है जिसमें हम कई प्रमुख क्षेत्रों में भागीदार हैं और यह पिछली गर्मियों में स्पष्ट रूप से तब प्रदर्शित हुआ था जब हमने प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी की थी।

पटेल ने कहा लेकिन इससे परे यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध और यूक्रेन की क्षेत्रीय संप्रभुता पर आक्रामकता के संदर्भ में हम भारत सहित सभी भागीदारों से यूक्रेन के लिए एक स्थायी और न्यायपूर्ण शांति का एहसास कराने वाले प्रयासों का समर्थन करने का आह्वान करते रहेंगे। हम रूस से भी आग्रह करते हैं कि वह यूक्रेन के संप्रभु क्षेत्र से अपनी सेना को वापस बुलाये। 

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने 8-9 जुलाई को रूस का दौरा किया था इस इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने संघर्षों में बच्चों के हताहत होने के मुद्दे को उठाया था और इसे दिल दहलाने वाला बताया था। पीएम मोदी ने कहा था कि जो कोई भी मानवता में विश्वास करता है उसे जान जाने पर दुख होता है।

भारत के प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि संघर्ष के माध्यम से समाधान प्राप्त नहीं किया जा सकता है और कहा कि बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति वार्ता अप्रभावी होती है।

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