अमेरिका की एक रूढ़िवादी लेखिका एन कोल्टर ने भारतीय मूल के अमेरिकी नेता विवेक रामास्वामी के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणियां की हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के पूर्व रिपब्लिकन उम्मीदवार विवेक रामास्वामी के खिलाफ कोल्टर ने कहा कि वह राष्ट्रपति के रूप में उन्हें वोट नहीं देतीं, क्योंकि वह एक 'भारतीय' हैं। बता दें कि 'द मार्क सिमोन शो' नामक पॉडकास्ट पर कोल्टर ने निक्की हेली पर भी अपमानजनक टिप्पणी में कहा था कि, 'आप अपने देश (भारत) वापस क्यों नहीं चली जातीं?'
रामास्वामी द्वारा होस्ट किए गए 'द ट्रुथ पॉडकास्ट' (The TRUTH Podcast) के हालिया एपिसोड में कोल्टर ने कहा कि रामस्वामी की बुद्धिमत्ता और दृष्टिकोण की प्रशंसा करने के बावजूद उनकी भारतीय विरासत उन्हें राष्ट्रपति पद की दौड़ में उनका समर्थन करने से रोकेगी। उन्होंने कहा, मैं आपकी कई बातों से सहमत हूं। लेकिन मैं अभी भी आपको वोट नहीं देती, क्योंकि आप एक भारतीय हैं। कोल्टर की विवादित टिप्पणी की कई लोगों की निंदा की है।
कोल्टर के अनुसार, अमेरिका में मुख्य राष्ट्रीय पहचान व्हाइट एंग्लो-सैक्सन प्रोटेस्टेंट (WASP) मूल्यों में छिपी है। उन्होंने कहा कि विभिन्न जातीय पृष्ठभूमि के लोग अमेरिकी समाज में योगदान दे सकते हैं, लेकिन मूलभूत पहचान WASP के इर्द-गिर्द ही है। कोल्टर ने कहा कि हमारे पास कभी ऐसा राष्ट्रपति नहीं हुआ है जिसके पास कम से कम अंग्रेजी वंशज नहीं था।
कोल्टर की टिप्पणियों को तटस्थ भाव से सुनने वाले रामास्वामी ने बाद में उनके विचारों से अपनी असहमति व्यक्त की। हालांकि उन्होंने स्पष्टवादिता के लिए कोल्टर की प्रशंसा की। लेकिन इस बात पर जोर दिया कि नेतृत्व के लिए किसी व्यक्ति के चुनाव का मूल्यांकन करने में जातीयता एक निर्धारण करने वाला फैक्टर नहीं होना चाहिए।
रामास्वामी ने सोशल मीडिया पर बातचीत की एक क्लिप शेयर करते हुए कहा कि कोल्टर ने साफ तौर पर मुझसे कहा कि वह मुझे वोट नहीं दे सकतीं, क्योंकि मैं भारतीय मूल का हूं। लेकिन वह अन्य उम्मीदवारों की तुलना में मुझसे अधिक सहमत थीं। मैं उससे असहमत हूं लेकिन सम्मान करता हूं कि उसके पास अपने मन की बात कहने की हिम्मत है।
कोल्टर और रामास्वामी के बीच विचारों के आदान-प्रदान में नागरिकता और वफादारी के बारे में व्यापक चर्चा हुई। दोनों ने दोहरी नागरिकता की अवधारणा का विरोध व्यक्त किया। लेकिन रामास्वामी ने साफ कहा कि जातीयता की परवाह किए बिना किसी के राष्ट्र के प्रति वफादारी प्राथमिक विचार होना चाहिए। इस पॉडकास्ट एपिसोड ने अमेरिका में जातीयता, पहचान और राजनीतिक प्रतिनिधित्व के आसपास की बहस को फिर से तेज कर दिया है।
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