अमेरिकी विदेश विभाग में कार्यवाहक सहायक मंत्री जेनिफर आर. लिटिलजॉन हाल में भारत की यात्रा पर थीं। इस दौरान उन्होंने विज्ञान, हरित प्रौद्योगिकी और जलवायु आदि क्षेत्रों में अमेरिका-भारत का सहयोग बढ़ाने पर महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा लिया।
अमेरिका के महासागर, अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण एवं वैज्ञानिक मामलों की मंत्री लिटिलजॉन ने अपने चेन्नई दौरे में प्रशासनिक अधिकारियों, कारोबारियों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों से अहम चर्चा की। इस दौरान उन्होंने वॉटर एक्सपर्ट्स प्रोग्राम के जरिए नदी जलमार्गों को पुनर्जीवित करने जैसी पहलों पर भी विचार मंथन किया।
लिटिलजॉन ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में अमेरिका-भारत के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है। जैव विविधता की रक्षा से लेकर जलवायु संकट से निपटने तक में इसकी खासी अहमियत है। यह महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) पर अमेरिका-भारत पहल के द्विपक्षीय संबंधों का प्रमुख तत्व भी है।
उन्होंने कहा कि चेन्नई ने सहयोग की शक्ति को प्रदर्शित किया है। सौर एवं हरित प्रौद्योगिकियों में नए नवाचारों से लेकर चेन्नई में जलमार्ग तैयार करने के एंबेसडर वाटर एक्सपर्ट्स प्रोग्राम (एडब्ल्यूईपी) तक में सहयोग के जरिए हम एक साथ समृद्धि हासिल कर सकते हैं और भविष्य संवार सकते हैं।
चेन्नई की यात्रा के दौरान लिटिलजॉन ने श्रीपेरंबुदूर में फर्स्ट सोलर मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकी पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा भी की। आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में उन्होंने हरित प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष स्टार्टअप संबंधी फैसिलिटीज का जायजा लिया।
इसके अलावा उन्होंने ग्रीन टेक्नोलोजी क्षेत्र में सक्रिय उद्यमियों के साथ गोलमेज सम्मेलन में भी भाग लिया। इस चर्चा का उद्देश्य ग्रीन इनोवेशन और इकोसिस्टम का सपोर्ट करने के लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क के बीच योजनाबद्ध साझेदारी में नवाचार व सहयोग को बढ़ावा देना था।
मंत्री लिटिलजॉन ने चेन्नई के महावाणिज्य दूत क्रिस होजेस के साथ चेन्नई की मेयर आर. प्रिया के साथ एक बैठक भी की जिसमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मीठे पानी के इकोसिस्टम जैसे नदियों, झीलों और वेटलैंड्स के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने शहरी नियोजन और पर्यावरण में स्थायी जल प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया।
लिटिलजॉन ने वॉटर एक्सपर्ट्स प्रोग्राम के जरिए चेन्नई से साझेदारी के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने नागरिक समूहों के प्रतिनिधियों और अमेरिकी स्टेट एक्सचेंज प्रोग्राम के पूर्व छात्रों से भी मुलाकात की और अहम मुद्दों पर चर्चा की।
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