अमेरिका और भारत के सहयोग से गांधी-किंग डेवलपमेंट फाउंडेशन इस साल अक्टूबर तक शुरू हो जाएगा। इस सिलसिले में अमेरिका और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच औपचारिक समझौता हो गया है।
नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस समझौते पर व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारतीय एनएसए अजित डोभाल की मौजूदगी में हाल ही में दस्तखत किए गए।
The U.S. & India are partnering to advance the Gandhi-King Development Foundation. Designed to embody the shared principles of Mahatma Gandhi & Martin Luther King Jr., the Foundation will promote inclusive & sustainable development. Read more here: https://t.co/aaphPlKbJ2 pic.twitter.com/0bxtFgd2Vd
— USAID India (@usaid_india) July 1, 2024
इस फाउंडेशन का गठन दिसंबर 2020 में कांग्रेस से पारित गांधी-किंग स्कॉलरी एक्सचेंज इनिशिएटिव एक्ट के तहत किया जा रहा है। इसका प्रस्ताव रिप्रजेंटेटिव ग्रेगरी डब्लू मीक्स ने रखा था। ये कानून यूएसएड को गांधी-किंग डेवलपमेंट फाउंडेशन की स्थापना करने के लिए अधिकृत करता है।
गांधी-किंग डेवलपमेंट फाउंडेशन वैश्विक विकास चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका और भारत के बीच एक अभूतपूर्व साझेदारी का प्रतीक है। यह सार्वजनिक एवं निजी दोनों तरह के संसाधनों का उपयोग करते हुए भारत को राष्ट्रीय एवं वैश्विक विकास उद्देश्यों को हासिल करने में मदद करेगा। यह फाउंडेशन भारत से काम करेगा।
दूतावास के मुताबिक, इस फाउंडेशन के प्रमुख उद्देश्यों में जलवायु परिवर्तन की समस्या का समाधान, टीबी की बीमारी काबू करना, जल एवं स्वच्छता में सुधार, वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य पर दुष्परिणामों को घटाना, शिक्षा के असर को बढ़ाना और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना शामिल है।
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि गांधी-किंग डेवलपमेंट फाउंडेशन अमेरिका और भारत के बीच परिवर्तनकारी साझेदारी का प्रतीक है। इसकी प्रेरणा महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर के दूरदर्शी सिद्धांतों से ली गई है। फाउंडेशन हमारी सामूहिक ताकत के जरिए वैश्विक प्रगति की हमारी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
USAID में एशिया मामलों की उप सहायक प्रशासक अंजलि कौर ने कहा कि यूएसएड को गांधी-किंग डेवलपमेंट फाउंडेशन का समर्थन करने पर गर्व है, जो अमेरिका व भारत की दोस्ती और साझा मूल्यों के प्रतीक है। यह समावेशी और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करेगा।
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