ADVERTISEMENTs

त्रासद : शरण चाहने वाले दो पंजाबियों ने किया आत्महत्या का प्रयास

कुछ दिनों पहले त्रिनिदाद और टोबैगो के एक प्रवासी चार्ल्स लियो डैनियल ने NWDC में 4 साल तक हिरासत में रहने के बाद आत्महत्या कर ली थी।

NWDC लंबे समय तक एकांत कारावास और बांड पर रिहाई से इनकार करने के लिए कुख्यात है। / Image : La Resistencia

वॉशिंगटन के टैकोमा में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन नॉर्थवेस्ट डिटेंशन सेंटर (NWDC) में दो पंजाबी शरण चाहने वालों ने आत्महत्या का प्रयास किया। घटना 11 मार्च की है। आव्रजन वकालत संगठन ला रेसिस्टेंसिया की रिपोर्टों के अनुसार आत्महत्या का पहला प्रयास लगभग 3 बजे हुआ।

एक युवक ने रस्सी के रूप में चादर का इस्तेमाल किया और खुद को नॉर्थवेस्ट डिटेंशन सेंटर में यूनिट बी 3 की दूसरी मंजिल की रेलिंग से बांध लिया। इसके बाद उसने वहां से छलांग लगा दी। एक गवाह ने बताया कहा कि कुछ लोगों ने उससे बात करने की कोशिश की। इसके बाद गार्ड को बुलाया गया और उस आदमी को ले जाया गया।

आत्महत्या का दूसरा प्रयास शाम 6:20 पर हुआ। एक अन्य पंजाबी ने नॉर्थवेस्ट डिटेंशन सेंटर की यूनिट बी1 में खुद को रेलिंग से चादर के माध्यम से बांधा और पहली मंजिल पर कूद गया। गार्ड उसे स्ट्रेचर पर यूनिट के बाहर ले गए। यूनिट बी 3 के एक अन्य गवाह ने स्ट्रेचर पर एक युवक को अपनी आंखें मूंदे हुए देखा। उसके पैरों में हलचल थी। 

हालांकि डिटेंशन सेंटर के अधिकारी ने हादसों की पुष्टि नहीं की है लेकिन टैकोमा पुलिस विभाग के अधिकारी शेल्बी बॉयड ने न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि पुलिस 11 मार्च को दो बार सुविधा केंद्र पर आई थी। पहली बार सुबह 3:42 बजे और बाद में शाम 6:28 बजे। जान देने की कोशिश करने वालों को स्थानीय अस्पताल में रखा गया है। निजता के चलते   अधिकारी ने इससे ज्यादा जानकारी उजागर करने में अपनी असमर्थता जताई। 

आत्महत्या या आत्महत्या के प्रयास का यह कोई पहला मामला नहीं है। कुछ दिनों पहले त्रिनिदाद और टोबैगो के एक प्रवासी चार्ल्स लियो डैनियल ने NWDC में 4 साल तक हिरासत में रहने के बाद आत्महत्या कर ली थी। डैनियल ने अपनी हिरासत का अधिकांश समय एकांत कारावास में बिताया। माना जाता है कि विस्तारित अलगाव के कारण उसको कई तरह की मानसिक समस्याएं हो गई थीं। ICE अधिकारियों ने डेनियल की मृत्यु की पुष्टि भी की। डैनियल ने 61 वर्ष की आयु में अपनी जान दी थी। 

वर्तमान में NWDC में भारत के 300 लोग हैं। NWDC लंबे समय तक एकांत कारावास और बांड पर रिहाई से इनकार करने के लिए कुख्यात है। NWDC की देश में बांड जारी करने की दर सबसे कम है। वहां केवल 3 प्रतिशत शरण चाहने वालों को ही बांड जारी किया जाता है।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

Related