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नशा तस्करी के आरोप में दो भारतीय हिरासत में, अभी चलेगा मुकदमा

प्रतिवादी कथित तौर पर 10.5 लाख डॉलर से अधिक मूल्य की कोकीन और मेथामफेटामाइन के साथ पकड़े गये थे।

सांकेतिक तस्वीर / Unsplash

नशा तस्करी के आरोप में दो भारतीयों को हिरासत में रखा गया है। कोकीन और मेथमफेटामाइन बेचने के मामले में 27 अगस्त को एक संघीय अदालत ने दो भारतीय नागरिकों को दोषी ठहराया था। उन्हे हिरासत में रखा गया है।  

फ्रेस्नो, कैलिफोर्निया के सिमरनजीत सिंह (28) और गुसिमरत सिंह (19) पर पांच किलोग्राम या अधिक कोकीन और 500 ग्राम या इससे अधिक मेथमफेटामाइन बेचने और बेचने के इरादे से अपने पास रखने की साजिश के मामले दर्ज किये गये हैं। दोनों को 29 जुलाई, 2024 को गिरफ्तार किया गया था और उनकी गिरफ्तारी के बाद से वे संघीय हिरासत में हैं।

आरोप पत्र के अनुसार जांचकर्ताओं को कैलिफोर्निया स्थित एक ड्रग-तस्करी संगठन (DTO) के बारे में पता चला था जो मेथमफेटामाइन और अन्य दवाओं को बोस्टन ले जाना चाहा था। DTO का एक सदस्य अंडरकवर एजेंटों को 65 पाउंड (लगभग 30 किलोग्राम) मेथमफेटामाइन बेचने को राजी हुआ था।

29 जुलाई को लगभग 10:15 बजे एक सफेद ट्रैक्टर ट्रेलर अंडरकवर एजेंटों को मेथामफेटामाइन पहुंचाने के लिए तय एंडोवर पते पर पहुंचा। उस ट्रैक्टर ट्रेलर में सवार दोनों भारतीयों, जिनकी पहचान बाद में गुसिमरत सिंह और सिमरनजीत सिंह के रूप में हुई, ने कथित तौर पर अंडरकवर एजेंटों को 65 पाउंड संदिग्ध मेथमफेटामाइन सौंप दी। सौंपते ही दोनों को हिरासत में ले लिया गया।

अदालत के दस्तावेजों के अनुसार ट्रैक्टर ट्रेलर की तलाशी के दौरान 400 किलोग्राम से अधिक संदिग्ध कोकीन की ईंटें मिलीं। इनकी कीमत 10.5 लाख डॉलर से अधिक थी। आरोप साबित होने पर अनिवार्य रूप से कम से कम 10 वर्ष और अधिकतम आजीवन कारावास, कम से कम पांच वर्ष और अधिकतम पर्यवेक्षित रिहाई और 10,000,000 डॉलर तक के जुर्माने का प्रावधान है। 

अमेरिकी सजा दिशानिर्देशों और कानूनों के आधार पर एक संघीय जिला अदालत के न्यायाधीश द्वारा सजाएँ दी जाती हैं जो एक आपराधिक मामले में सजा के निर्धारण को नियंत्रित करते हैं। प्रतिवादियों को तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि वे अदालत में उचित संदेह से परे दोषी साबित न हो जाएं।

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