भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री तुषार शाह ने 25 फरवरी को जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन के NS-30 मिशन में स्पेसफ्लाइट कामयाबी के साथ पूरी की। शाह छह क्रू मेंबर्स में से एक थे जो पूरी तरह से ऑटोमैटिक न्यू शेपर्ड रॉकेट में सवार थे। यह कंपनी की 10वीं मानव अंतरिक्ष उड़ान और इस प्रोग्राम की 30वीं लॉन्चिंग थी।
तुषार शाह ने मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से पढ़ाई की हैं। वह न्यू यॉर्क शहर के एक क्वांटिटेटिव हेज फंड में पार्टनर और रिसर्च के को-हेड हैं। उन्होंने MIT से ही हाई-एनर्जी एक्सपेरिमेंटल पार्टिकल फिजिक्स में पीएचडी की है। इस सब्जेक्ट में उनकी अच्छी खासी पकड़ है। अपनी नौकरी के साथ-साथ तुषार और उनकी पत्नी सारा, गरीबी कम करने, हेल्थकेयर और एजुकेशन के कामों में भी खूब दिलचस्पी रखते हैं। इसके लिए खूब दान भी करते हैं। इन दोनों के दो बच्चे भी हैं।
NS-30 के क्रू में डॉ. रिचर्ड स्कॉट, लेन बेस, ऐलेन चिया हाइड, जेसस कालेजा और एक और शख्स (जिनका नाम नहीं बताया गया) भी शामिल थे। खास बात ये है कि लेन बेस ने अपनी दूसरी स्पेसफ्लाइट पूरी की, जिससे वो ये कारनामा करने वाले चौथे शख्स बन गए हैं।
ब्लू ओरिजिन ने कन्फर्म किया कि रॉकेट सुबह 9 बजकर 49 मिनट और 11 सेकंड पर CST टाइम के हिसाब से लॉन्च हुआ और कैप्सूल सुबह 9 बजकर 59 मिनट और 19 सेकंड पर CST टाइम के हिसाब से सुरक्षित लैंड कर गया।
ब्लू ओरिजिन के CEO डेव लिंप ने क्रू और कंपनी की टीम को बधाई दी और इस बड़ी कामयाबी पर खुशी जाहिर की।
11 मिनट के सबऑर्बिटल मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने कार्मन रेखा पार की- जो धरती से 100 किलोमीटर ऊपर है और अंतरिक्ष की शुरुआत मानी जाती है। वहां उन्होंने जीरो ग्रेविटी का अनुभव किया और धरती के शानदार नजारे देखे। CEO डेव लिंप ने कहा, 'दस क्रू - 52 लोग, जिनमें चार रिपीट कस्टमर्स भी शामिल हैं - अब तक न्यू शेपर्ड से अंतरिक्ष की यात्रा कर चुके हैं। हर किसी को एक अविस्मरणीय अनुभव मिला।'
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