वर्जीनिया में होने जा रहे विशेष चुनावों में भारतीय मूल के तीन अमेरिकी भी मैदान में हैं। पूजा खन्ना, कन्नन श्रीनिवासन और श्रीधर नागिररेड्डी का मकसद स्थानीय राजनीति में जगह बनाकर एशियाई-अमेरिकी समुदाय का प्रतिनिधित्व बढ़ाना है।
पूजा खन्ना
मेंटल हेल्थ एडवोकेट और बिजनेस ओनर पूजा खन्ना लाउडौन काउंटी में ड्यूल्स डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर पद के लिए डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से उम्मीदवार हैं। निर्वाचित होने पर वह लाउडौन काउंटी बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर्स में पहली एशियाई अमेरिकी होंगी। खन्ना का मुकाबला रिपब्लिकन सुपरवाइजर मैथ्यू लेटर्न्यू से हो सकता है जो 'मेट्रो मैट' के रूप में चर्चित हैं।
दो दशकों से वर्जीनिया में रह रहीं भारतीय प्रवासी पूजा खन्ना का कहना है कि 2020 की जनगणना के अनुसार, एशियाई प्रशांत द्वीप समूह (AAPI) समुदाय में 20% से अधिक लाउडौन में रहते हैं। यह बताता है कि ड्यूल्स जिले का प्रतिनिधित्व ऐसे व्यक्ति के हाथ में है, जो अपने निवासियों के मूल्यों और आबादी की जरूरतों को समझ सके।
कन्नन श्रीनिवासन
वर्जीनिया हाउस डेलीगेट कन्नन श्रीनिवासन ने 32वीं डिस्ट्रिक्ट से सीनेट सीट के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की है। वह स्टेट सीनेटर सुहास सुब्रमण्यम की जगह लेना चाहते हैं, जो हाल ही में यूएस हाउस का चुनाव जीते हैं। वर्जीनिया डेलीगेट चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी आप्रवासी श्रीनिवासन का फोकस स्टेट सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत बनाए रखने पर है।
कांग्रेसवुमन अबीगैल स्पैनबर्गर और वर्जीनिया हाउस स्पीकर डॉन स्कॉट जैसी हस्तियां श्रीनिवासन का सपोर्ट कर रही हैं। उनका कैंपेन प्रजनन अधिकारों की सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, बंदूक सुरक्षा और ट्रम्प की नीतियों का मुकाबला करने पर फोकस है। उन्होंने इस चुनाव के के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हम ट्रम्प को वर्जीनिया स्टेट सीनेट पर अपना हक नहीं जमाने दे सकते।
श्रीधर नागिररेड्डी
आईटी पेशेवर और सामुदायिक स्वयंसेवक श्रीधर नागिररेड्डी हाउस डिस्ट्रिक्ट 26 के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी का चुनाव लड़ रहे हैं। लॉकहीड मार्टिन में काम करने वाले नागिररेड्डी राज्य और स्थानीय बोर्डों में भी सेवाएं दे चुके हैं। उनका फोकस बुनियादी ढांचे, परिवहन, शिक्षा और स्वच्छ ऊर्जा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 26वें जिले के निवासियों का प्रतिनिधित्व करना है।
नागिररेड्डी की सामुदायिक भागीदारी में वीटी सेवा के वाशिंगटन डीसी चैप्टर के डायरेक्टर भी रहे हैं। यह सामुदायिक सेवा पर केंद्रित एक गैर-लाभकारी संस्था है। उन्हें 5,000 घंटे से अधिक की सेवा के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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