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'अबकी बार 400 पार', BJP को अब 399 की दरकार

सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभानी के खिलाफ भाजपा ने आपत्ति जताते हुए याचिका दायर की। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ और तब निलेश कुंभानी का पर्चा रद्द कर दिया गया। इसलिए सूरत की लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने के बाद 9 उम्मीदवार मैदान में थे। हालांकि आज फॉर्म वापस लेने के आखिरी दिन सभी निर्दलीय और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया।

गुजरात के सूरत में चुनावी उम्मीदवारी को लेकर पिछले दो दिनों से चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली जीत दर्ज की। निर्दलीय समेत 8 उम्मीदवारों ने अपने फॉर्म वापस ले लिए और भाजपा के मुकेश दलाल निर्विरोध जीत गए। सूरत लोकसभा चुनाव में निर्विरोध जीत दर्ज करने वाला सूरत पहला शहर बन गया है। लोकसभा चुनाव को लेकर सूरत की लोकसभा सीट पर मतदान से पहले आखिरी दो दिनों में बहुत बड़ा हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।

सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभानी के खिलाफ भाजपा ने आपत्ति जताते हुए याचिका दायर की। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ और तब निलेश कुंभानी का पर्चा रद्द कर दिया गया। इसलिए सूरत की लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने के बाद 9 उम्मीदवार मैदान में थे। हालांकि आज फॉर्म वापस लेने के आखिरी दिन सभी निर्दलीय और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया। केवल एक बसपा प्रत्याशी प्यारेलाल भारती का ही पर्चा बचा था लेकिन दोपहर तक उन्होंने भी अपना पर्चा वापस ले लिया। इस वजह से सूरत सीट पर बीजेपी उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए। अब गुजरात की 26 सीटों में से सिर्फ 25 सीटों पर ही चुनाव होगा।  

26 के 26 कमल पीएम मोदी को समर्पित करेंगे 

आज सुबह से ही निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने फॉर्म वापस लेने शुरू कर दिए और आखिरकार बीएसपी के बचे हुए उम्मीदवार प्यारे लाल भारती ने भी अपना फॉर्म वापस ले लिया। गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पटेल कार्यालय पहुंचे और मुकेश भाई ने उनके साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें सीआर पाटिल ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार और उनके डमी उम्मीदवार का फॉर्म रद्द कर दिया गया। तब बीजेपी उम्मीदवार और आठ अन्य उम्मीदवार मैदान में थे। आज फॉर्म वापस लेने का आखिरी दिन था। इन आठों उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया है और मुकेश भाई दलाल को सूरत कलेक्टर ने निर्विरोध घोषित कर दिया है।

उन्होंने आगे कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने जो ड्रामा किया। पहले तो उन्होंने आरोप लगाया कि प्रत्याशी के समर्थकों का अपहरण कर लिया गया, लेकिन प्रत्याशी ने खुद ही इससे इनकार कर गलतफहमी को किनारे कर दिया। आज नतीजा सामने है। सूरत सीट भारत की पहली 400-पार लक्ष्य की जीत है। हम इस जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित करते हैं।' इसके साथ ही हम 25 अन्य सीटें भी जीतेंगे और 26 से 26 कमल मोदीजी को देंगे। 

मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का जताया आभार 

अपनी अप्रत्याशित जीत के बाद मुकेश दलाल ने अपने समर्थकों और परिवार के साथ मिलकर खुशी बाटी। देशभर में लोकसभा चुनाव में सूरत से निर्विरोध जीतने वाले भारत के पहले सांसद बने। मुकेश दलाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीआर पाटिल को धन्यवाद दिया। भारत में पहला कमल सूरत में खिला है और वह इसे पीएम मोदी के चरणों में अर्पित करते है। उन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से जीत हासिल की है। वह वास्तव में अपने मतदाताओं और कार्यकर्ताओं के आभारी है। चाहे वे कुछ भी कहें। जब चीजें उनकी उम्मीदों के मुताबिक होती हैं तो लोगों को अच्छा लगता है। उम्मीदों के विपरीत काम करने पर लोकतंत्र की हत्या हो जाती है।

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