साइबर सिक्योरिटी फर्म पालो अल्टो नेटवर्क्स के भारतीय मूल के सीईओ निकेश अरोड़ा के नाम का डंका आज पूरी दुनिया में बज रहा है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक कभी गूगल में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले निकेश अरोड़ा साल 2024 के पहले अरबपति (बिलेनियर) बने हैं। निकेश की कहानी एक आत्मनिर्भर, मेहनती और प्रतिभाशाली भारतीय की कहानी है। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया है। अपनी पढ़ाई के लिए बर्गर बेचने और टैक्सी चलाने जैसे काम भी किए हैं।
निकेश अरोड़ा हमेशा बड़ा वेतन पैकेज हासिल करने में सफल रहे हैं। Google में वह कभी सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले कार्यकारी थे। उनका पैकेज 2012 में तकरीबन 5.1 करोड़ डॉलर था। जब उन्होंने यहां से इस्तीफा दिया, तब उनके पास कम से कम 20 करोड़ डॉलर का स्टॉक था। 2014 में जापानी टेलिकम्यूनिकेशन कंपनी सॉफ्टबैंक (SoftBank) ग्रुप कॉर्प ने निकेश को कंपनी की कमान दी। यहां उनका पहले साल का पैकेज 13.5 करोड़ डॉलर था। इस वजह से वह दुनिया के सबसे महंगे एग्जीक्यूटिव बन गए थे।
साइबर सिक्योरिटी फर्म पालो अल्टो नेटवर्क्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में निकेश अरोड़ा के हालिया कार्यकाल ने 55 वर्षीय को अरबपति (बिलेनियर ) क्लास में पहुंचा दिया है। पालो अल्टो नेटवर्क्स ने जब 2018 में निकेश को काम पर रखा था तब उन्हें 125 मिलियन डॉलर का स्टॉक और ऑप्शंस कंपनसेशन पैकेज दिया था।
कैसीनो, बंदरगाहों और यहां तक कि ट्रेजरी बाजारों को बाधित करने वाली हाई-प्रोफाइल हैकिंग घटनाओं की एक श्रृंखला के बाद साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर के शेयरों में उछाल आया। कंपनी के शेयर की कीमत तब से चार गुना से अधिक हो गई और इसके साथ ही निकेश की हिस्सेदारी अब 830 मिलियन डॉलर की है।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, अपने करियर की शुरुआत में हासिल किए गए तगड़ी सैलरी के साथ अरोड़ा की कुल संपत्ति 1.5 बिलियन डॉलर है। फिलहाल निकेश पालो अल्टो नेटवर्क में काम को जारी रखने के लिए तैयार हैं। निकेश अरोड़ा न सिर्फ 2024 के पहले और दुनिया के सबसे नए बिलेनियर बने हैं, बल्कि उनके नाम यह उपलब्धि भी जुड़ गई है कि वह उन चुनिंदा टॉप टेक अरबपति में से एक हैं, जो नॉन-फाउंडर हैं।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login