कोरोना काल बीत चुका है, लेकिन कर्मचारियों की छंटनी का दौर जारी है। एक तरफ गूगल जहां अपनी सबसे बड़ी छंटनी की तैयारी कर रहा है, वहीं अमेरिकी ऊर्जा प्रौद्योगिकी कंपनी एनफेज ने अपनी वर्कफोर्स में 10 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया है।
एनफेस के प्रेसिडेंट व सीईओ भारतीय मूल के बद्री कोठंडारमन हैं। कंपनी के छंटनी कार्यक्रम से लगभग 350 कॉन्ट्रैक्टर और कर्मचारी प्रभावित होंगे। बद्री के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य अमेरिका में दो जगहों पर कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरिंग बंद करके और अन्य कॉन्ट्रैक्ट निर्माण साइटों में बदलाव को सुव्यवस्थित करना है।
सीईओ बद्री ने कर्मचारियों को एक संदेश में कहा कि हमने अपने वैश्विक कार्यबल में लगभग 10 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया है। इससे लगभग 350 कॉन्ट्रैक्टर और कर्मचारी प्रभावित होंगे। हम 2024 तक अपने यहां नियुक्तियों और यात्राओं पर भी रोक लग रहे हैं। कई अन्य विवेकाधीन खर्चों में भी कटौती की जाएगी।
बद्री ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि यह हम सभी के लिए कठिन फैसला है, खासकर जब यह हमारे मूल्यवान सहयोगियों और दोस्तों को प्रभावित करता है। हम अपने से अलग होने वाले सहयोगियों का पूरा सम्मान रखेंगे और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करते हुए उन्हें पैकेज देकर विदा करेंगे। उम्मीद है, वे भी इसमें सहयोग करेंगे।
एनफेज मुख्य रूप से आवासीय ग्राहकों के लिए सौर माइक्रो-इनवर्टर, बैटरी ऊर्जा भंडारण और ईवी चार्जिंग स्टेशनों का विकास एवं निर्माण कार्य से जुड़ी कंपनी है। इसका मुख्यालय कैलिफ़ोर्निया के फ़्रेमोंट में है। कंपनी 140 से अधिक देशों में 25 लाख सौर सिस्टम के लिए 4.8 करोड़ से अधिक माइक्रो-इनवर्टर बेच चुकी है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login