इस वर्ष के स्लोअन रिसर्च फेलो में 10 भारतीय-अमेरिकी अर्ली-करियर स्कॉलर्स शामिल हैं। अल्फ्रेड पी. स्लोअन फाउंडेशन ने बताया कि वर्ष 2024 समूह के 126 अध्येता बड़े सार्वजनिक विश्वविद्यालय प्रणालियों, आइवी लीग संस्थानों और छोटे उदार कला महाविद्यालयों सहित अमेरिका और कनाडा के 53 संस्थानों की विविध श्रृंखला से लिए गए हैं।
फाउंडेशन के मुताबिक चुने गये फेलो आज काम कर रहे सबसे होनहार वैज्ञानिक शोधकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। फेलोशिप के तहत सभी विजेताओं को 75,000 डॉलर मिलते हैं। इस राशि को दो साल के दौरान शोध से जुड़े किसी भी कार्य में खर्च किया जा सकता है। छात्रवृत्तियां 1955 से प्रति वर्ष प्रदान की जाती रही हैं।
भारतीय अमेरिकी अध्येताओं में प्रियंका रैना, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और अरविंद सत्यनारायण; मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कंप्यूटर साइंस); दीप्ति नायक, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (पृथ्वी प्रणाली विज्ञान); आदित्य रामदास, कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी और अनंत शंकर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी (गणित); विनीत ऑगस्टीन, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सैन डिएगो; विजय मोहन के नंबूदिरी, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सैन फ्रांसिस्को और प्रिया खन्ना, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (तंत्रिका विज्ञान); करण के. मेहता, कॉर्नेल विश्वविद्यालय (भौतिकी) के अलावा कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (भौतिकी) के ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय विक्रम रवि शामिल हैं।
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