फिलिस्तीन समर्थक रिद्धि पटेल (28) पर अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित बेकर्सफील्ड के मेयर और सिटी काउंसिल के सदस्यों को हत्या की धमकी देने का आरोप है। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। शुक्रवार (12 अप्रैल) को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। अगर उनका अपराध साबित हो गया तो उन्हें 54 साल जेल की सजा हो सकती है। पटेल ने खुद को बेकसूर बताया। उन्हें 20 लाख डॉलर की जमानत पर केर्न काउंटी के लेर्डो प्री-ट्रायल फैसिलिटी में रखा गया है।
रिद्धि पर सार्वजनिक तौर पर अधिकारियों को धमकी देने के आठ, गुंडागर्दी और आतंकित करने के इरादे से धमकी देने के 10 आरोप लगाए गए हैं। पटेल को हथकड़ी लगाकर अदालत के सामने लाया गया। इस दौरान वह रोती रही, यहां तक कि वह खुद को निर्दोष बताने लगी। हरेक आरोप में अधिकतम तीन साल की जेल की सजा मिलने का प्रावधान है। अगर वह सभी आरोपों में दोषी पाई जाती हैं तो पटेल को 54 साल जेल की सजा हो सकती है।
आरोप है कि रिद्धि पटेल ने 10 अप्रैल को बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल की बैठक में धमकी दी, जिसमें सदस्य इस बात पर बहस कर रहे थे कि गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग करने वाले प्रस्ताव का समर्थन किया जाए या नहीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल-हमास युद्ध में अब तक 33,091 फिलिस्तीनियों और 1,410 इजरायलियों की मौत हो चुकी है।
सिटी काउंसिल ने हाल ही में अपनी इमारत के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए हैं और सुरक्षा प्रोटोकॉल बढ़ा दिए हैं। पटेल ने दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने बैठक में कभी मेटल डिटेक्टर नहीं देखा, इतनी पुलिस फोर्स नहीं देखी। ये सब इसलिए किया जा रहा है ताकि फिलिस्तीनियों को अपराधी साबित किया जा सके।
प्रस्तावित संघर्ष विराम प्रस्ताव के बारे में बोलते हुए पटेल ने सिटी काउंसिल से कहा कि मुझे विश्वास नहीं है कि आप इसे पारित करेंगे। आप सभी भयानक इंसान हैं। आरोप है कि उन्होंने गाली देते हुए कहा कि अच्छा होगा कि कोई गिलोटिन (सिर काटने का यंत्र) लाकर तुम सबका गला काट दे।
उन्होंने कहा कि 'हम आपसे आपके घर पर मिलेंगे। हम तुम्हारी हत्या कर देंगे'। इसके बाद मेयर करेन गोह ने कहा कि आपने जो कहा है वो एक धमकी है, इसीलिए पुलिस अब आपको बाहर ले जाएगी और मामले को देखेगी। अधिकारियों ने पटेल को सिटी हॉल से बाहर निकाला। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मामले में पटेल को अब अदालत में 16 अप्रैल को पेश किया जाएगा।
रिद्धि पटेल ‘सेंटर ऑन रेस, पॉवर्टी एंड एनवायरनमेंट’ संस्था से जुड़ी हैं। वह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट से संबद्ध है, जिसने गाजा में संघर्ष विराम की मांग करने के लिए बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल को बुलाया। रिद्धि की गिरफ्तारी के बाद जारी बयान में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने पटेल के कार्यों की निंदा की। संगठन ने कहा कि 'वह सार्वजनिक अधिकारियों को धमकी देने वाले किसी भी बयान की स्पष्ट रूप से निंदा करता है। ऐसी टिप्पणी हमारे मूल्यों के विपरीत है और वह फ्रंट का प्रतिनिधित्व नहीं करती है'।
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