ADVERTISEMENTs

सिख प्रतिनिधि ने अंतरराष्ट्रीय दमन के खिलाफ विधेयक पारित करने पर जोर दिया

जसमीत बैंस ने फरवरी में बिल पेश किया जिसे अप्रैल में असेंबली पब्लिक सेफ्टी कमेटी में सर्वसम्मति से द्विदलीय मंजूरी मिली।

विधानसभा सदस्य जसमीत बैंस एक अखबार के लेख का जिक्र करते हुए। / X@sikh_coalition

कैलिफोर्निया राज्य कार्यालय के लिए चुनी गईं पहली सिख अमेरिकी डॉ. जसमीत बैंस ने राज्य स्तर पर अंतरराष्ट्रीय दमन को संबोधित करने के अपने उपाय (एबी 3027) पर वोट करने के लिए जोर दिया। वॉशिंगटन पोस्ट के एक लेख 'अमेरिकी धरती पर हत्या की साजिश से मोदी के भारत के एक काले पक्ष का पता चलता है' का हवाला देते हुए बैंस ने अमेरिकी राष्ट्रीय संप्रभुता के उल्लंघन पर ध्यान देने की बात कही।

सिख गठबंधन के एक सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक बैंस ने कहा कि एबी 3027 अमेरिकी स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए सबसे बड़े उभरते खतरों में से एक यानी अंतरराष्ट्रीय दमन की बात करता है। कुछ हफ्ते पहले यह वाशिंगटन पोस्ट के पहले पन्ने पर सुर्खियों में था कि भारत सरकार ने अमेरिकी नागरिकों की हत्या के लिए पैसा दिया। 

बकौल बैंस मेरा प्रश्न यह है कि क्यों? मैं इसे वाशिंगटन पोस्ट में क्यों पढ़ रहा हूं, एफबीआई या होमलैंड सिक्योरिटी रिपोर्ट में क्यों नहीं। अमेरिका सहयोगी हो या न हो भारत और हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली अन्य विदेशी सरकारों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। बैंस ने फरवरी में बिल पेश किया़ जिसे अप्रैल में असेंबली पब्लिक सेफ्टी कमेटी में सर्वसम्मति और द्विदलीय मंजूरी मिली।

18 जून, 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक पूजा स्थल के बाहर एक समन्वित हमले में सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत हो गई थी। सितंबर 2023 तक कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपराधियों को भारतीय सरकारी एजेंटों से जोड़ने वाले विश्वसनीय सबूतों का हवाला देते हुए भारत सरकार पर हत्या की साजिश करने का आरोप लगाया था। इस मामले को लेकर भारत और कनाडा के बीच तनातनी जारी है। 

नवंबर 2023 में, संयुक्त राज्य अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने एक अमेरिकी सिख की हत्या के एक प्रयास को विफल कर दिया। इस बार न्यूयॉर्क शहर में। अमेरिकी क्षेत्र में होने वाली इस घटना को लेकर भी खासा सियासी बवाल मच चुका है। 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

Related