कभी न सोने वाले शहर न्यूयॉर्क में सिख इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (SIFF) 2023 के दौरान सिख विरासत और सांस्कृतिक विविधता की एक मुग्ध कर देने वाली झांकी देखर दर्शक रोमांचित हो उठे। समारोह का आयोजन 16 दिसंबर को प्रतिष्ठित रुबिन संग्रहालय में किया गया।
कमलजीत कलसी और कर्नल कलसी। Image : ASB Media
इस साल के महोत्सव ने दर्शकों को प्रभावशाली कहानियों और उत्कृष्ट फिल्मों के माध्यम से एक आकर्षक यात्रा का अनुभव कराया। बोस्टन के हाई स्कूल के छात्रों द्वारा निर्देशित 'बायवताना: विदआउट ए कंट्री' में तालिबान-युग के अफगानिस्तान में सिखों और हिंदुओं की दुर्दशा की तस्वीर पेश की गई।
एक फिल्म की टीम से संवाद सत्र। Image : ASB Media
'अमेरिकन सिख' एक भारतीय अमेरिकी सिख की सच्ची कहानी है जो अमेरिकियों के साथ घुलने-मिलने की कोशिश में है। ऑस्कर क्वालीफाइड एनिमेटेड लघु फिल्म अमेरिकी सिख हीरो विश्वजीत सिंह की कहानी है और ऑस्कर विजेता निर्माता गुनीत मोंगा कपूर द्वारा निर्मित है।
इसे लेकर विकास खन्ना ने कहा कि सिख इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में 'अमेरिकन सिख' की स्क्रीनिंग का एक मुख्य आकर्षण छोटे बच्चों और युवाओं को शामिल करना था जो खुद को हमारी फिल्म में प्रतिबिंबित होते देख सकते थे। उनके सपने और उम्मीदें मुझे प्रेरित करती हैं।
'कर्नल कलसी: बियॉन्ड द कॉल' एक सिख युवा कमल कलसी की सच्ची कहानी है जिसने अपनी पगड़ी और दाढ़ी के साथ अमेरिकी सेना में सेवा करने के लिए लड़ाई लड़ी। फिल्म विविधता, बलिदान, विश्वास, पहचान और लचीलेपन के विषयों की पड़ताल करती है।
इनके बाद महोत्सव में 10 से अधिक फिल्में प्रदर्शित हुईं जिनमें समसामयिक मामलों से लेकर ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य तक विविध विषयों को शामिल किया गया। तेजी बिंद्रा (सिख आर्ट एंड फिल्म फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष), मनदीप सोबती (वरिष्ठ वीपी और वित्त के अध्यक्ष), डॉ. पॉल जौहर (एसएएफएफ - फिल्म फेस्टिवल के अध्यक्ष), हरमीत भरारा (पूर्व अध्यक्ष एफएफ और गाला), हंसदीप बिंद्रा (प्रमुख,पीआर और मार्केटिंग) ने दर्शकों को मुग्ध करने वाली फिल्मों की प्रस्तुति पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की।
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