भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार ने अमेरिका में आत्महत्या और नशीली दवाओं की भरमार से निपटने के लिए सदन में एक प्रस्ताव पेश किया है।
इस H.Res.1242 प्रस्ताव में मानसिक स्वास्थ्य को कुछ हद तक शारीरिक स्वास्थ्य के बराबर प्राथमिकता देकर इस महामारी से निपटने का प्रावधान है। श्री थानेदार की अगुआई में पेश यह प्रस्ताव इस बात पर जोर देता है कि शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
श्री थानेदार ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य मेरे लिए एक व्यक्तिगत मुद्दा है। 1996 में मैंने अपनी पहली पत्नी को इसी बीमारी की वजह से खो दिया था। मेरी जिंदगी में एक अंधेरा वक्त था जो अकल्पनीय दर्द और असहाय होने की भावना से भरा था। इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना मुश्किल है।
श्री थानेदार ने आगे कहा कि मेरी पत्नी का निधन मेरी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। उससे मुझे एहसास हुआ कि मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष अक्सर चुप्पी और अनदेखी की लड़ाई होती है। इसने मुझे करुणा का महत्व सिखाया, सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने की जरूरत सिखाई।
एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट एवं चीफ पॉलिसी ऑफिसर लॉरेल स्टाइन ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य पर इस प्रस्ताव को अमेरिकन फाउंडेशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (AFSP) का समर्थन प्राप्त है। ये इसलिए भी अहम है क्योंकि अमेरिका में खुदकुशी की घटनाएं बढ़ रही हैं। साल 2022 में अमेरिका में हुई मौतों में आत्महत्या 11वां प्रमुख कारण था। इस दौरान अमेरिका में लगभग 50,000 लोगों ने आत्महत्या की वजह से अपनी जान गंवाई।
उन्होंने कहा कि AFSP इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को पेश करने के लिए कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार, जैक्सन ली और सोटो का आभारी है। यह मानसिक स्वास्थ्य को शारीरिक स्वास्थ्य के बराबर मानकर उपाय करने, आत्महत्या की घटनाओं की रोकथाम और व्यवहारिक स्वास्थ्य देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए काफी अहम है। उम्मीद है कि यह देश में आत्महत्या की घटनाओं की रोकथाम के लिए नया रोडमैप बनेगा।
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