फोर्ब्स ने अपनी चौथी वार्षिक '50 ओवर 50' लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में सात भारतीय-अमेरिकी महिलाएं शामिल हैं। नो योर वैल्यू और मीका ब्रेजिंस्की के सहयोग से जारी इस सूची को चार श्रेणियों में बांटा गया है- जीवनशैली, प्रभाव, इनोवेशन और निवेश।
गीता मेहता
एशिया इनिशिएटिव्स की सह-संस्थापक और प्रेसिडेंट गीता मेहता को इम्पैक्ट श्रेणी में हाइलाइट किया गया है। आर्किटेक्ट और सिटी प्लानर योजनाकार मेहता ने साल 2000 में एशिया इनिशिटिव्स की स्थापना की थी एक अनूठी अवधारणा को लागू किया था। कार्बन क्रेडिट और एयरलाइन लॉयल्टी प्रोग्राम से प्रेरणा लेकर मेहता और उनके संगठन ने लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए सोशल कैपिटल क्रेडिट्स (एसओसीसी) की शुरुआत की। इसके तहत पेड़ लगाना या सड़कों की मरम्मत जैसे सामुदायिक योगदान से क्रेडिट अर्जित किए जाते हैं। इन क्रेडिट्स को डिजिटल या वित्तीय कौशल प्रशिक्षण, स्वास्थ्य देखभाल या कम-ब्याज वाले ऋण जैसी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह इनोवेटिव मुद्रा अब भारत के अलावा घाना, केन्या, ताइवान और अमेरिका में भी उपयोग की जाती है।
रेशमा केवलरमानी
रेशमा केवलरमानी को इनोवेशन श्रेणी में जगह दी गई है। रेशमा ने 2020 में वर्टेक्स की सीईओ के रूप में अमेरिका की शीर्ष बायोटेक कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रचा था। तीन साल पहले बोस्टन स्थित कंपनी में वह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में शामिल हुई थीं। पिछले साल रेशमा ऐसी कुछ बायोफार्मा सीईओ में से एक थी, जिनका कुल वेतन 20 मिलियन डॉलर से अधिक था। उनकी अगुआई में वर्टेक्स ने CRISPR जीन एडिटिंग तकनीक का इस्तेमाल करके सिकल सेल बीमारी का इलाज Casgevy विकसित किया है।
ज्योतिका विरमानी
ज्योतिका को भी इनोवेशन श्रेणी में भी फोर्ब्स की 50 ओवर 50 लिस्ट में शामिल किया गया है। कोरोना ने जिस वक्त अमेरिका में पैर पसारने शुरू किए थे, तब ज्योतिका को गैर-लाभकारी Schmidt Ocean Institute का एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बनाया गया था। उन्होंने संस्थान के संसाधनों का उपयोग करने वाले वैज्ञानिक और मरीन टेक्नोलोजी डेवलपर्स को काम को आसान बनाया। संस्थान की सबसे महत्वपूर्ण हालिया खोजों में 2 करोड़ साल पुरानी ऑस्ट्रेलियाई कोरल रीफ की खोज थी। यह कोरल रीफ एफिल टॉवर से भी लंबी है। कुछ समय पहले ही विरमानी को नेशनल अकेडेमीज ऑफ साइंस, इंजीनियरिंग और मेडिसिन के ओशन स्टडीज बोर्ड में नियुक्त किया गया है।
अवंतिका डैंग
अवंतिका को इन्वेस्टमेंट श्रेणी में हाइलाइट किया गया है। उन्होंने फ्रंटियर टेक्नोलॉजी और मेडिकल ब्रेकथ्रू कंपनियों में यूनिकॉर्न पोर्टफोलियो बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। प्लम एली वेंचर्स के संस्थापक भागीदार के रूप में अवंतिका अब तकनीकी क्षेत्र में महिला संस्थापकों और महिला फंड मैनेजरों में निवेश पर फोकस कर रही है। वह एक महत्वपूर्ण चुनौती के समाधान का प्रयास कर रही है। हर साल एक प्रतिशत से भी कम आईपीओ महिलाओं द्वारा स्थापित या सह-स्थापित तकनीकी कंपनियों के होते हैं। इसकी कमी दूर करने के लिए उनकी फर्म 10 फंड लॉन्च कर रही है। इनमें से हरेक विशिष्ट प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में महिला विशेषज्ञों द्वारा मैनेज किए जाते हैं।
सोनल देसाई,
सोनल को फोर्ब्स की 50 ओवर 50 लिस्ट की निवेश श्रेणी में जगह मिली है। फ्रैंकलिन रिसोर्सेज की एग्जिक्यूटिव कमिटी की मेंबर हैं और 200 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति को मैनेज करती हैं। वह 2018 में वह इस भूमिका में फ्रैंकलिन टेम्पलटन फिक्स्ड इनकम ग्रुप की व्यापक आर्थिक दिशा का मार्गदर्शन करने की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। अर्थशास्त्र में पीएचडी कर चुकीं सोनल का करियर पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र की असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में शुरू हुआ था। उन्होंने आईएमएफ में भी काम किया है। बाद में प्राइवेट सेक्टर में नेतृत्वकारी भूमिकाओं में आ गईं।
सीमा हिंगोरानी
सीमा ने न्यूयॉर्क शहर के 160 अरब डॉलर के पेंशन फंड के मुख्य निवेश अधिकारी का पद छोड़ने के बाद 2015 में गर्ल्स हू इन्वेस्ट (GWI) की स्थापना की थी। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो विश्व बैंक ट्रेजरी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में स्पेशल ट्रेनिंग और पेमेंट इंटर्नशिप के जरिए वित्तीय क्षेत्र में महिलाओं और तृतीय लिंग के लोगों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए समर्पित है। हिंगोरानी मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट में सीनियर पद पर हैं। इसी के साथ वह 2019 से GWI का मैनेजमेंट देख रही हैं।
गुंजन केडिया
फोर्ब्स लिस्ट की निवेश श्रेणी में शामिल गुंजन केडिया को मई 2024 में यूएस बैनकॉर्प का प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया था। यह लगभग 70,000 कर्मचारियों और 680 अरब डॉलर की संपत्ति वाली कंपनी है। केडिया सात साल से यूएस बैंक के साथ हैं। मनी, कॉर्पोरेट, कमर्शल और संस्थागत बैंकिंग डिवीजन के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में दो प्रमुख बिजनेस लाइनों के सफलतापूर्वक विलय के बाद उन्हें मूल कंपनी के प्रेसिडेंट के रूप में प्रमोट किया गया है। यूएस बैंक में शामिल होने से पहले उन्होंने पीडब्ल्यूसी, मैकिन्से, बीएनवाई मेलन और स्टेट स्ट्रीट में नेतृत्वकारी पदों पर कार्य किया है। केडिया दिल्ली स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं।
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