सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एसोसिएशन ऑफ इंडो अमेरिकन के सहयोग से एक रोमांचक कला मेले 'मायाबाजार' (Mayabazaar) का उद्घाटन किया। सैन रेमन में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय कला और संस्कृति के समृद्ध विरासत का प्रदर्शन किया गया। इसमें विभिन्न भारतीय राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले 48 संगठनों के कार्यों की विशेषताओं की झलक मिली। यह कार्यक्रम रचनात्मकता और परंपरा का एक मिलन था। जटिल चित्रों से लेकर मंत्रमुग्ध कर देने वाली मूर्तियों ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और विरासत को स्पष्ट रूप से दर्शाया।
महावाणिज्य दूत डॉ के श्रीकर रेड्डी और सैन रेमन मेयर डेव हडसन ने इसका उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने एकता और समझ को बढ़ावा देने में कला की सार्वभौमिक भाषा पर जोर दिया। डॉ. रेड्डी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए कलाकारों के समर्पण की प्रशंसा की। उनके योगदान का सम्मान करने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए।
डॉ रेड्डी ने कहा कि यह कला मेला भारत की जीवंत संस्कृति का उत्सव है। यह सीमाओं को पार करता है। सांस्कृतिक आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है। इसके साथ ही हमारे साझा मानव अनुभव को समृद्ध करता है। भारतीय वाणिज्य दूतावास सैन फ्रांसिस्को और एसोसिएशन ऑफ इंडो अमेरिकन के बीच सहयोगात्मक प्रयास भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच स्थायी जुड़ाव को दर्शाता है। यह विविध संस्कृतियों के बीच संवाद और पारस्परिक सम्मान को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोग विविध कलाकृतियों से मंत्रमुग्ध थे, जो प्रदर्शनी हॉल को सुशोभित करने वाले रंगों और कहानियों में खुद को विसर्जित कर रहे थे। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सभी प्रतिभागियों और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम को गहरे सांस्कृतिक आदान-प्रदान की दिशा में एक मील का पत्थर के रूप में बताया। इसने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत किया।
बता दें कि सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करता है। यह द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देता है और भारतीय नागरिकों को कांसुलर सेवाएं प्रदान करता है। एसोसिएशन ऑफ इंडो अमेरिकन्स विभिन्न शैक्षिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अमेरिका में भारतीय संस्कृति, विरासत और मूल्यों को बढ़ावा देने के साथ ही भारत-अमेरिकी संबंधों को मजबूत करने के लिए समर्पित है।
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