साउथ एशियन बार एसोसिएशन ( SABA) ऑफ नॉर्दर्न कैलिफोर्निया ने 30 मार्च को अपने सालाना समारोह में एक नया लीगल डिफेंस फंड शुरू करने के लिए 50,000 डॉलर का डोनेशन का संग्रह किया है। नई पहल के प्रमुख आयोजकों में से एक फ्रेमोंट, कैलिफोर्निया स्थित अटॉर्नी कल्पना पेड्डीभोटला ने New India Abroad को बताया कि दक्षिण एशियाई-अमेरिकी आबादी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन अक्सर इमिग्रेशन मुद्दों, हेट क्राइम के खिलाफ लड़ने और अपने मूल अधिकारों को समझने के लिए संसाधनों की कमी होती है।
उन्होंने कहा कि धाराप्रवाह अंग्रेजी भाषा कौशल की कमी अक्सर न्याय पाने के लिए एक बाधा बन जाती है। कल्पना ने पिछले साल 23 साल की छात्रा जाह्नवी कंडोला की मौत की ओर इशारा किया, जिनकी सड़क पार करने का प्रयास करते समय पुलिस की तेज रफ्तार कार ने उन्हें कुचलकर मार डाला था। उन्होंने कहा कि उनकी मौत पर उस वक्त तक किसी का ध्यान नहीं गया, जब तक कि समुदाय के लोगों ने जांच की मांग नहीं की।
एशियन अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड के साथ काम करते हुए SABA ने पिछले साल एक लीगल फेलो इरम किदवई को लाया, जिन्होंने नेपालियों को अमेरिका में बने रहने के लिए अस्थायी सुरक्षा स्थिति के लिए आवेदन करने में मदद की है। हेट क्राइम की वर्तमान स्थिति से लड़ने के लिए एक रैपिड रिस्पांस सिस्टम बनाया और 'अपने अधिकारों को जानें' सामग्री बनाई।
राष्ट्रीय कानूनी गैर-लाभकारी संस्था को साउथ एशियन अमेरिकन जस्टिस कोलैबोरेटिव SAAJCO के रूप में जाना जाएगा। SABA की 29 चैप्टर ने पिछले साल सामूहिक रूप से किदवई के काम को सहयोग करने के लिए दो साल के 170,000 डॉलर के फंड जुटाए थे। कल्पना ने New India Abroad को बताया कि वह SAAJCO को जमीन पर लाने के लिए इस साल कम से कम 340,000 डॉलर जुटाने की उम्मीद कर रही हैं।
उन्होंने समारोह के दौरान में मंच पर कहा कि अगर हमने 9/11 के बाद के पिछले दो दशकों में कुछ सीखा है और स्पष्ट रूप से 130 से अधिक वर्षों से दक्षिण एशियाई अमेरिकी इस देश में रहते हैं और कट्टरता और प्रवासी विरोधी भावनाओं के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं, तो ऐसे में हमारे अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए।
कल्पना ने कहा कि 'हम कानूनी समुदाय, अदालतों में अपने समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए कुछ कर सकते हैं। ऐसे में SAAJCO आशा से पैदा होता है। साथ मिलकर हम अपने समुदायों को सशक्त बना सकते हैं जिससे वे जान सकें कि हम उनके अधिकारों के लिए लड़ेंगे और न्याय तक इसका पीछा करेंगे।
गैर-लाभकारी संगठन इंडियास्पोरा ने लीगल डिफेंस फंड पर SABA के साथ साझेदारी करने पर सहमति व्यक्त की है, उसने फंडिंग में 25,000 डॉलर का दान दिया है। इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने 30 मार्च को सैन फ्रांसिस्को में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया और New India Abroad को बताया कि वह इस नए उपक्रम का समर्थन करके खुश हैं।
रंगास्वामी ने कहा कि वर्षों से, जातीय अल्पसंख्यकों को प्रभावित करने वाले हेट क्राइम के बढ़ते खतरे को दूर करने के लिए सामुदायिक फोकस और संसाधनों की कमी रही है। उन्होंने नई पहल की तुलना यहूदी अमेरिकी समुदाय द्वारा बनाई गई एंटी डेफेमेशन लीग के रूप में की। वेब प्लेटफॉर्म Stop AAPI Hate पर जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, 2020 के बाद से एशियाई अमेरिकी समुदाय के साथ 11,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। समारोह का समापन एक सिख अमेरिकी वायलिन वादक रागिंदर के प्रदर्शन के साथ हुआ, जिन्होंने बॉलीवुड क्लासिक्स के साथ भीड़ को डांस फ्लोर पर ला दिया।
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