भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल (WA-07) कांग्रेस के 16 अन्य सदस्यों के साथ एक द्विदलीय पहल का नेतृत्व कर रही हैं। प्रमिला आव्रजन अखंडता, सुरक्षा और प्रवर्तन उपसमिति की रैंकिंग सदस्य है।
जयपाल के नेतृत्व में यह दल अमेरिकी आव्रजन प्रणाली को आधुनिक बनाने और सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से एक प्रस्तावित नियम को आगे बढ़ाने के लिए होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS) के सचिव एलेजांद्रो मयोरकास और नागरिकता तथा आव्रजन सेवा (USCIS) के निदेशक उर जादौ से मुलाकात कर रहा है। प्रस्तावित बदलावों में प्रक्रिया समय को कम करने और तत्काल उपलब्ध वीजा के उपयोग को बढ़ावा देने सहित कई मुद्दों का समाधान करने का प्रयास किया गया है।
DHS को लिखे एक पत्र में प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वर्तमान अप्रवासन प्रणाली ख़राब हो गई है और इसमें सख्त सुधार की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से दशकों से कांग्रेस चुनौती का सामना करने और गंभीर समाधान निकालने में विफल रही है। कांग्रेस की कार्रवाई की कमी के बावजूद विभाग के पास मौजूदा कानून के तहत अप्रवासन प्रणाली में सुधार करने की क्षमता है ताकि यह अमेरिकी परिवारों और अर्थव्यवस्था को बेहतर सेवा प्रदान कर सके। पिछले कई वर्षों में विभाग ने अप्रवासन प्रणाली में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, लेकिन और भी कदम उठाए जा सकते हैं और उठाए जाने चाहिए।
प्रस्तावित नियम का उद्देश्य बाल स्थिति संरक्षण अधिनियम के तहत उम्र की गणना को संशोधित करके आव्रजन प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार करना है ताकि उम्र बढ़ने के जोखिम वाले बच्चों के लिए उनकी स्थिति में अधिक स्पष्टता और स्थिरता हो। ऐसे बच्चों को अक्सर 'दस्तावेजी सपने देखने वालों' के रूप में जाना जाता है और वे उनके माता-पिता के वीजा आवेदन पर निर्भर हैं।
यह सुधार ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा कर रहे पति-पत्नी और दस्तावेजी सपने देखने वालों सहित आश्रितों के लिए रोजगार को अधिकृत करने का भी प्रयास करता है। यह धार्मिक श्रमिकों जैसे रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड चौथी वरीयता श्रेणी के बैकलॉग में फंसे लोगों को भी राहत प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त नियम अस्थायी संरक्षित स्थिति प्राप्तकर्ताओं के लिए यात्रा प्राधिकरण के संबंध में नियमों में संशोधन करेगा और व्यक्तियों को अपनी नौकरियों में लचीलेपन की अनुमति देगा जबकि वे कानूनी रूप से अस्थायी वीजा पर मौजूद हैं और
अपने ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं।
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