ADVERTISEMENTs

विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष ने इसलिए की भारत की तारीफ, बढ़ते कद को स्वीकार किया

विश्व आर्थिक मंच (WEF) के अध्यक्ष बोर्ज ब्रेंडे ने भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में उम्मीद जताई और कहा कि इस साल इसके 8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि आने वाले दशक में हम 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की बात कर सकते हैं, कम से कम आने वाले दो दशकों में।

WEF ने बोर्डे ने भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में उम्मीद जताई और कहा कि इस साल इसके 8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। / @BJP4India

विश्व आर्थिक मंच (WEF) के अध्यक्ष बोर्ज ब्रेंडे ने कहा कि यमन के हूती आतंकवादियों द्वारा व्यापारिक जहाजों पर बार-बार किए जाने वाले हमलों के कारण लाल सागर में चल रहे तनाव का ग्लोबल सप्लाई चेन पर असर पड़ सकता है। इससे भारत जैसे तेल आयात करने वाले देशों के लिए तेल की कीमतों में 10-20 डॉलर की वृद्धि होगी, जिसका अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर हो सकता है।

टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में ब्रेंडे ने कहा कि स्वेज नहर के बंद होने से वैश्विक सप्लाई चेन को नुकसान पहुंचेगा। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि इस क्षेत्र में हूती हमले बहुत जल्द बंद हो जाएंगे। यह टिप्पणी उन्होंने ऐसे समय की है जब स्विट्जरलैंड के खूबसूरत शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक का 54वां संस्करण शुरू हो गया है।

साक्षात्कार के दौरान ब्रेंडे ने इस बात पर प्रकाश डाला कि व्यापार वृद्धि पिछले साल 3.4 प्रतिशत की तुलना में 0.8 प्रतिशत तक नीचे आ गई। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि लाल सागर संकट के बीच इस साल वैश्विक व्यापार में थोड़ी तेजी आएगी।

बोर्गे ब्रेंडे ने कहा कि अगर हम लाल सागर को बंद कर देते हैं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। स्वेज नहर को हफ्तों के लिए बंद करने से भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर बुरा असर होगा। इसलिए, बहुत कुछ दांव पर लगा है। हम यह भी जानते हैं कि इसका तेल की कीमतों पर असर पड़ता है और भारत जैसे बड़े तेल आयातक देशों के लिए कीमतों में 10-20 डॉलर की वृद्धि का अर्थव्यवस्था पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

ब्रेंडे ने भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में उम्मीद जताई और कहा कि इस साल इसके 8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि आने वाले दशक में हम 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की बात कर सकते हैं, कम से कम आने वाले दो दशकों में। विकास की कहानी के लिए भारत की प्रशंसा करते हुए डब्ल्यूईएफ प्रमुख ने कहा कि देश बाकी अर्थव्यवस्था की तुलना में दोगुनी तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था और सेवाओं के निर्यात के कारण भारत सबसे आगे रहा है। लेकिन, निश्चित रूप से, भारत में सुधारों को जारी रखना चाहिए। शिक्षा, वित्त पोषण से संबंधित सुधार और अनावश्यक लालफीताशाही से निपटने के लिए सुधार जारी रहने चाहिए। मुझे लगता है कि भारत में इन सभी चीजों की समझ है।

भारत के बढ़ते वैश्विक कद को स्वीकार करते हुए ब्रेंडे ने एक उदाहरण का हवाला दिया जहां भारतीय अधिकारियों की एक 'लंबी प्रतीक्षा सूची' थी जो उनसे मिलने के लिए एक कमरे में इंतजार कर रही थी जिसमें केवल 100 लोग बैठ सकते थे। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कई भारतीय कंपनियां हैं। भारत बहुत तेजी से विकास कर रहा है। भारत में दुनिया की बहुत रुचि है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर भी यहां हैं। मुझे मेरी टीम ने बताया कि आधे घंटे के बाद इसे ओवरसब्सक्राइब कर दिया गया था। इसलिए, एक लंबी प्रतीक्षा सूची की तरह है।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

Related