भारत की अयोध्या नगरी में बन रहे भव्य राम मंदिर में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव 22 जनवरी को होने जा रहा है। तैयारियां व्यापक पैमाने पर चल रही हैं और अंतिम दौर में। उत्सव का उत्साह दुनियाभर में व्याप्त राम भक्तों में देखा जा रहा है। समस्त विश्व समुदाय अपने-अपने स्तर पर इस उत्सव से जुड़ने का जतन कर रहा है और यथायोग्य-यथासंभव योगदान भी दे रहा है। इस मामले में प्रवासी भारतीय भी पीछे नहीं हैं।
इसी क्रम में भाजपा प्रवासी व विदेश विभाग पूर्व संयोजक डॉ. विजय जौली के नेतृत्व में नई दिल्ली से एक वर्चुअल वैश्विक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अयोध्या के रामलला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार हेतु संकल्प लिया गया। दुनियां के 7 महाद्वीपों के 58 देशों के 95 प्रवासी भारतीय नेता इस बैठक से जुड़े। सबने अपने-अपने देश व नगरों में आयोजित होने वाले प्राण-प्रतीष्ठा कार्यक्रमों को सांझा किया। वर्चुअल बैठक ढाई तक चली।
बैठक में विश्व हिन्दू परिषद् संरक्षक दिनेश चंद्र का आशीर्वचन व मार्गदर्शन मिला। फिजी के वित्त व उप प्रधानमंत्री प्रो. बिमान प्रसाद, भाजपा राष्ट्रीय मंत्री सरदार मंजिन्दर सिंह सिरसा, पाकिस्तान हिन्दू फोरम अध्यक्ष डॉ. जयपाल छाबड़िया सहित अनेक प्रवासियों ने अपने संबोधन में प्रभु श्रीराम के अयोध्या कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार का संकल्प दोहराया। इस बैठक का आयोजन डॉ. विजय जौली ने किया।
रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पौष शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080 सोमवार 22 जनवरी 2024 के शुभदिन समय प्रातः 11 बजे से दोपहर 1.00 बजे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में होगा। रामलला कार्यक्रमों को दिवाली की भव्यता के अनुरूप आयोजित करने, भजन-कीर्तन, शंख ध्वनि, आरती, श्रीराम-जय राम-जय जय राम मंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करने के साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकाण्ड व राम रक्षा स्तोत्र आदि का पाठ करने का संकल्प लिया गया।
आपको बता दें कि पिछले वर्ष 23 अप्रैल को डॉ. जौली के नेतृत्व में 156 देशों की नदियों व समुंद्रो का पवित्र जल एकत्रित कर अयोध्या राममंदिर जलाभिषेक किया गया। विहिप संरक्षक दिनेश चन्द्र ने कहा कि वे स्वयं 156 देशों के इस जल कलश को अयोध्या राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में अर्पित करेंगे।
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