भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति और कुक काउंटी हेल्थ बोर्ड कमिश्नर्स की अध्यक्ष टोनी प्रेक्विंकल ने 28 मई को राज्य में फेंटानिल (Fentanyl) के बढ़ते असर से निपटने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। 2017 में अपने कार्यकाल की शुरुआत के बाद से ही कृष्णमूर्ति ने फ्रंट-लाइन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए फंडिंग बढ़ाने और नैलोक्सोन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कानून का समर्थन किया है।
उन्होंने शिकागो में उपचार केंद्रों और विविध कार्यक्रमों के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट भी हासिल की है। इसके अलावा, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के बीच रणनीतिक प्रतिस्पर्धा पर चयन समिति के रैंकिंग सदस्य के रूप में कृष्णमूर्ति इस संकट के अंतरराष्ट्रीय आयामों को संबोधित कर रहे हैं।
बता दें कि फेंटानिल, मॉर्फीन से 70 गुना ज्यादा ताकतवर पेनकिलर है। यह दवा अब गैरकानूनी रूप से एक नशा बन चुकी है। इसकी सिर्फ दो एमजी की खुराक जान लेने के लिए काफी है। गैरकानूनी तरीके से इसका सेवन करने वाले लोग अक्सर ओवरडोज का शिकार होते हैं और कई लोगों की तो मौत भी हो जाती है।
कृष्णमूर्ति ने एक बयान में कहा कि यह अनुमान है कि अमेरिका में प्रवेश करने वाले अवैध फेंटानिल का 97 प्रतिशत पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) से आता है। इसका मतलब है कि अगर हम फेंटानिल और विशेष रूप से फेंटानिल बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायनों को चीन से आने से रोकते हैं तो यह इलिनॉइस सहित पूरे देश में जान बचाएगा। यही कारण है कि मेरी समिति ने CCP की भूमिका की जांच में महीनों बिताए हैं।
हनिकारक प्रभावों की ठीक-ठीक जांच करने के बाद कृष्णमूर्ति ने 64 पेज की एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें उनके निष्कर्षों का सारांश दिया गया है। पीड़ितों की सहायता के लिए समाधान प्रस्तावित किए गए हैं। उनकी जांच में आरोप लगाया गया है कि CCP ने न केवल चीनी कंपनियों को साफ तौर पर अवैध उद्देश्यों के लिए फेंटानिल प्रिकर्सर का निर्यात करने की अनुमति दी है, बल्कि इन रसायनों के निर्यात को सीधे सब्सिडी भी दी है। इसका मतलब है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की नीति फेंटानिल के प्रकोप को बढ़ावा देने वाले रसायनों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए टैक्स छूट देना है।
कृष्णमूर्ति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, फेंटानिल के प्रकोप से निपटने के लिए स्थानीय प्रयासों का समर्थन करने के अलावा, कांग्रेस को इन घातक दवाओं की सप्लाई को रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। जांच से निकलने वाली शीर्ष विधायी सिफारिशों में से एक FEND Off Fentanyl Act को लागू करना है।
यह अधिनियम जिस पर समिति की रिपोर्ट में इसके पारित होने का आह्वान करने के एक हफ्ते बाद ही हस्ताक्षर किए गए थे, एक प्रतिबंधित और एंटी मनी-लॉन्ड्रिंग कानून है। इसका मकसद तस्करों और मनी लॉन्ड्रिंग करने वालों को निशाना बनाकर फेंटनिल संकट से निपटना है। कृष्णमूर्ति ने कहा कि फेंटानिल के प्रकोप को खत्म करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, लेकिन FEND Off Fentanyl Act एक महत्वपूर्ण कदम है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login