रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार की दावेदार निकी हेली न्यू हैम्पशायर प्राइमरी में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पिछड़कर दूसरे नंबर पर रहीं। हालांकि निकी ने साफ कर दिया है कि वह चुनाव मैदान में डटी रहेंगी।
स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे 75 प्रतिशत मतों की गिनती हो चुकी थी। इसमें हेली को 43.5 प्रतिशत यानी करीब 110,000 वोट मिले जबकि ट्रंप के खाते में 55 प्रतिशत यानी लगभग 135,000 वोट आ चुके थे। शुरुआती चरण में 14 उम्मीदवारों में से हेली इकलौती उम्मीदवार रहीं, जो ट्रंप के मुकाबले में डटी रहीं।
रिपब्लिकन रणनीतिकार रीना शाह ने न्यू इंडिया अब्रॉड से कहा कि हेली को अपना अभियान जारी रखने के लिए न्यू हैम्पशायर जीतने की जरूरत नहीं है। अगली रेस हेली के गृह राज्य दक्षिण कैरोलिना (24 फरवरी) और सुपर मंगलवार 5 मार्च को होगी, जब 16 राज्यों में चुनाव होंगे।
एएपीआई विक्ट्री फंड के संस्थापक शेखर नरसिम्हन ने न्यू इंडिया अब्रॉड से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार का नाम 5 मार्च तक फाइनल हो जाएगा।
निकी हेली ने अपने संबोधन के शुरू में इस बढ़त के लिए ट्रंप को बधाई दी और स्वीकार किया कि उन्होंने इसे अर्जित किया है। लेकिन एक पल बाद ही उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिपब्लिकंस लगभग हर प्रतिस्पर्धी चुनाव में हारे हैं। राजनीति का सबसे बड़ा सीक्रेट यह है कि डेमोक्रेट डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ कितनी शिद्दत से आगे बढ़ना चाहते हैं। वे जानते हैं कि ट्रंप देश के एकमात्र रिपब्लिकन हैं जिन्हें जो बाइडेन हरा सकते हैं।
निकी ने आगे कहा कि आपने राजनीतिक हलकों में बकवास सुनी होगी। वे खुद ही गिरते जा रहे हैं, कह रहे हैं कि यह दौड़ खत्म हो चुकी है। मेरे पास उन सभी के लिए एक खबर है। खबर ये कि न्यू हैम्पशायर देश में पहले स्थान पर है। यह देश में अंतिम नहीं है। यह दौड़ अभी खत्म नहीं हुई है।
निकी ने कहा कि मैं एक योद्धा और स्क्रैपी हूं। और अब मैं डोनाल्ड ट्रंप के बराबर में खड़ी आखिरी इंसान हूं। आज हमें करीब आधे वोट मिल गए हैं। जब निकी ये बातें कह रही थीं, उनके समर्थक चिल्ला रहे थे- आप एक महान अमेरिकी नागरिक हैं।
डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के नियमों में बदलाव के कारण दक्षिण कैरोलिना -न्यू हैम्पशायर नहीं- अब डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन साइकल का पहला आधिकारिक प्राइमरी है। राष्ट्रपति जो बाइडेन न्यू हैम्पशायर भले ही मतपत्रों पर नहीं थे, लेकिन उनके समर्थकों ने बड़े पैमाने पर राइट-इन अभियान चलाया।
अमेरिका में दक्षिण एशियाई नेता हरिनी कृष्णन ने ट्वीट करके कहा कि न्यू हैम्पशायर प्राइमरी में बाइडेन के लिए राइट-इन वोट हासिल करने के हमारे प्रयास कारगर रहे, हमने ये कर दिखाया।
कई सर्वेक्षणों में निकी हेली को जो बाइडेन के खिलाफ मुकाबले में कम से कम 8 प्रतिशत अंकों से विजयी दिखाया गया है। पोल के मुताबिक, ट्रंप-बाइडेन का रीमैच लगभग टाई हो चुका है।
अघोषित मतदाता न्यू हैम्पशायर में सबसे बड़ा ब्लॉक बनाते हैं। हेली ने निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ अच्छा तालमेल बनाया और उनके अधिकांश वोट अपने खाते में खींचने की भविष्यवाणी को सच कर दिखाया।
न्यू हैम्पशायर के लिंकन में रहने वाले छोटे कारोबारी काव्या और सैम पटेल का रुख भी तय नहीं है लेकिन पारंपरिक रूप से उनका झुकाव लेफ्ट की तरफ है। 1990 के दशक की शुरुआत से ही वह डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति उम्मीदवारों के लिए मतदान कर रहे हैं।
काव्या पटेल ने न्यू इंडिया अब्रॉड से कहा कि अब और नहीं। मुझे निकी पर गर्व है कि वह पुरुष उम्मीदवारों से भरी एक बदसूरत लड़ाई में यहां तक आ गई हैं। मैं आम चुनाव में बाइडेन को वोट दूंगी लेकिन मैं आज निकी के लिए अपना समर्थन दिखाना चाहती हूं।
सैम पटेल ने हंसते हुए कहा कि हमारी बेटियां बहुत बहुत प्रगतिशील डेमोक्रेट्स हैं। हम उन्हें यह बताने से डरते हैं कि हमने कैसे मतदान किया और शायद हम ऐसा नहीं करेंगे।
बता दें कि न्यू हैम्पशायर की आबादी में भारतीय अमेरिकियों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम है लेकिन लिंकन में देसी लोगों की सबसे बड़ी संख्या है। शहर की लगभग 16 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है।
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