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प्रोफेसर श्रीनिवास ने ऐसा सिस्टम तैयार किया है जो प्रोडक्ट डिलीवरी की दुनिया बदल देगा

श्रीनिवास का काम एक क्लाउड-बेस्ट रूट ऑप्टिमाइजेशन प्लेटफॉर्म विकसित करने पर केंद्रित है। यह अनमैन्ड एरियल वीइकल्स (UAV) और इलेक्ट्रिक ट्रकों को आपस में जोड़ने का काम करता है। यह डिलीवरी ऑपरेशन में कुशलता और निरंतरता की महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करता है।

शरण श्रीनिवास Mizzou इंजीनियरिंग में इंडस्ट्रियल और सिस्टम्स इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर हैं। / Mizzou Engineering

शरण श्रीनिवास Mizzou इंजीनियरिंग में इंडस्ट्रियल और सिस्टम्स इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर हैं। वह पार्टनरशिप फॉर इनोवेशन - टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशन (PFI-TT) ग्रांट की सहायता से लॉजिस्टिक्स के फाइनल स्टेज (लास्ट माइल) परिवर्तन का नेतृत्व कर रहे हैं।

लास्ट माइल लॉजिस्टिक्स डिलीवरी प्रक्रिया के अंतिम चरण को बताता है, जहां प्रोडक्ट को वितरण केंद्र से ग्राहक के स्थान पर ले जाया जाता है। ग्लोबल लास्ट माइल लॉजिस्टिक्स क्षेत्र, जो कुल सप्लाई कॉस्ट का 41 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

श्रीनिवास का काम एक क्लाउड-बेस्ट रूट ऑप्टिमाइजेशन प्लेटफॉर्म विकसित करने पर केंद्रित है। यह अनमैन्ड एरियल वीइकल्स (UAV) और इलेक्ट्रिक ट्रकों को आपस में जोड़ने का काम करेगा। यह डिलीवरी ऑपरेशन में कुशलता और सस्टेनेबिलिटी की महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करेगा।

श्रीनिवास ने कहा कि यह अभिनव परियोजना महत्वपूर्ण तकनीकी चुनौतियों का समाधान करती है। जैसे कि वाहन रूटिंग और नेटवर्क कम्युनिकेशन को आपस में जोड़ना। उन्होंने कहा कि 'हम इन तकनीकों द्वारा पेश अद्वितीय रूटिंग समस्याओं को हल करने के लिए नए ऑप्टिमाइजेशन मॉडल और अनुमान आधारित विधियों का विकास कर रहे हैं।'

श्रीनिवास ने कहा कि उनके काम से न केवल बेड़े के उपयोग में वृद्धि और ऑपरेशनल कॉस्ट में कमी आने की उम्मीद है, बल्कि डिलीवरी संचालन के कार्बन फूटप्रिंट को भी कम करने की उम्मीद है। इस तकनीक का इस्तेमाल ई-कॉमर्स से परे फैला हुआ है। श्रीनिवास के मुताबिक इसमें चिकित्सा वितरण, आपातकालीन प्रतिक्रिया और मानवीय कार्यों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में क्रांति लाने की उम्मीद है।

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