येल विश्वविद्यालय की सैद्धांतिक खगोल वैज्ञानिक प्रियंवदा नटराजन को डार्क मैटर और ब्लैक होल भौतिकी, अदृश्य ब्रह्मांड के मानचित्रण में अभूतपूर्व कार्य के लिए अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी (AAS) का फेलो चुना गया है। AAS ने 1 फरवरी को चुने गये 21 नए फेलो की घोषणा की है।
AAS ने अपनी घोषणा में कहा कि जोसेफ एस और सोफिया एस फ्रूटन प्रोफेसर तथा येल कला और विज्ञान संकाय में भौतिकी की प्रोफेसर नटराजन को डार्क मैटर और ब्लैक होल भौतिकी की प्रकृति की हमारी समझ में मौलिक योगदान के लिए चुना गया।
नटराजन को कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्हे अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज का फेलो चुना गया और साथ ही अमेरिकन फिजिकल सोसायटी और अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस ने भी उन्हे सम्मानित किया है। नटराजन को गुगेनहाइम और रैडक्लिफ फेलोशिप भी मिली है।
येल में उन्होंने वर्ष 2000 से एक संकाय सदस्य के रूप में काम किया है। येल में नटराजन फ्रैंक कार्यक्रम के निदेशक के रूप में विज्ञान और मानविकी में अपनी सेवाएं देती हैं। यह कार्यक्रम संचार, आपसी समझ, सहयोगात्मक अनुसंधान, विविध वैज्ञानिक और मानवतावादी विषयों के बीच शिक्षण की सुविधा प्रदान करता है।
फेलो चुने जाने के बाद नटराजन ने कहा कि अपने साथियों द्वारा इस रूप में पहचाने जाने पर मैं अत्यधिक सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह सम्मान मेरे लिए खास है। मैं बहुत आभारी हूं और अपने शोध कार्य पर मिली प्रतिक्रियाओं से रोमांचित हूं। यह प्रशंसा मेरे लिए सोने पर सुहागा है।
वर्ष 1899 में स्थापित AAS एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसमें पेशेवर खगोलविद, खगोल विज्ञान शिक्षक और शौकिया खगोलशास्त्री शामिल हैं। AAS के 8000 सदस्य हैं। सदस्यों में न केवल खगोलशास्त्री बल्कि भौतिक विज्ञानी, भूवैज्ञानिक, इंजीनियर और ऐसे अन्य लोग भी शामिल हैं जिनकी रुचि खगोलीय विज्ञान के क्षेत्र में विषयों के विविध क्षेत्रों तक फैली हुई है।
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