अमेरिकी नागरिक और खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की न्यूयॉर्क में हत्या की कथित साजिश को लेकर वॉशिंगटन पोस्ट की नई रिपोर्ट पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भारत सरकार से जवाबदेही की उम्मीद जताई है।
वॉशिंगटन पोस्ट की इस नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खालिस्तानी नेता पन्नू की हत्या की कथित साजिश की जानकारी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इनर सर्कल के लोगों की भी थी। अमेरिकी मीडिया हाउस ने यहां तक दावा किया है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अलावा खुफिया एजेंसी रॉ के प्रमुख सामंत गोयल को भी इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी थी।
इस बारे में जब अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रिंसिपल डिप्टी स्पोक्सपर्सन वेदांत पटेल से नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया गया तो उनका कहना था कि हम भारत की तरफ से गठित जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर भारत सरकार से जवाबदेही की उम्मीद करते हैं।
Watch the Daily Press Briefing from the State Department. https://t.co/nL3krYlFf0
— Vedant Patel (@StateDeputySpox) April 30, 2024
वेदांत पटेल ने आगे कहा कि हम नियमित रूप से भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और अतिरिक्त अपडेट की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम वरिष्ठ स्तर पर भारत सरकार के साथ सीधे अपनी चिंताओं को उठाना जारी रखेंगे। हालांकि उन्होंने इसके आगे इस मसले पर बात करने से इनकार करते हुए कहा कि मैं इस पर आगे चर्चा नहीं करूंगा। मैं इस मामले को न्याय विभाग के लिए छोड़ता हूं।
बता दें कि इससे एक दिन पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने भी कहा था कि अमेरिका गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिकी धरती पर हत्या की कोशिश के आरोपों की जांच को लेकर भारत के सामने अपनी चिंताओं को उठाता रहेगा और उससे जवाबदेही की उम्मीद करता रहेगा।
पन्नू मामले में भारत आरोपों को गंभीरता से ले रहा है। उनकी टिप्पणी अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट को लेकर सामने आई है जिसमें पन्नू की कथित हत्या की नाकाम साजिश में कथित तौर पर शामिल भारत सरकार के अधिकारी के नाम का खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट को भारत ने पूरी तरह से खारिज किया है। हालांकि जीन-पियरे ने वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में किए गए दावों की पुष्टि या खंडन भी नहीं किया।
इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने वॉशिंगटन पोस्ट की खबर पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह रिपोर्ट एक गंभीर मामले पर अनुचित और निराधार आरोप लगाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार द्वारा साझा की गई सुरक्षा चिंताओं पर भारत सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की जांच चल रही है। इस पर अटकलों और गैर जिम्मेदाराना टिप्पणियों से कुछ फायदा नहीं होगा।
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