फ्रांस की सोच और काम करने का तरीका दूसरों से अलग है, ये एक बार फिर उस समय साफ हो गया, जब आधुनिक ओलंपिक्स के 128 साल पुराने इतिहास में पहली बार उद्घाटन समारोह किसी स्टेडियम के अंदर नहीं बल्कि सीन नहर के किनारे आयोजित किया गया। 85 नौकाओं में सवार लगभग 6500 एथलीट पेरिस के प्रतिष्ठित स्मारकों के पास से गुजरे। इस तरह ओलंपिक गेम्स के एक नए युग की शुरुआत हुई।
उद्घाटन समारोह को स्टेडियम से पेरिस के सेंटर तक शिफ्ट करना एक बड़ी चुनौती थी। इसके लिए सावधानी से समन्वय, साहसी रचनात्मकता और त्रुटिहीन सुरक्षा प्रबंधन की जरूरत थी। इसके लिए पूरे शहर को एक विशाल मंच में बदल दिया गया, जहां हर कोई हिस्सा ले सकता था। इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्देश्य खेलों को सभी के लिए सुलभ बनाने का संदेश देना था।
फ्रांस आंतरिक सामाजिक एवं राजनीतिक तनाव, वैश्विक भू-राजनीतिक संघर्षों और सुरक्षा खतरों के बीच अविस्मरणीय घटना के आयोजन की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना चाहता था, और उसने यह कर दिखाया। इस ओलंपिक इतिहास में सबसे शानदार और सुलभ उद्घाटन समारोह बताया जा रहा है। ओलंपिक खेलों के इतिहास में यह दूसरा उद्घाटन समारोह था जो स्टेडियम के बाहर आयोजित हुआ।
इस समारोह को बाधित करने के भी प्रयास हुए। कुछ ट्रेन मार्गों पर हमलों के बाद पेरिस को जोड़ने वाली कुछ ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। सुरक्षा बलों ने हंगामा करने के प्रयासों को आक्रामक प्रतिक्रिया के साथ नाकाम कर दिया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया कि सरकार ने आयोजन को सीन नदी से एक स्टेडियम में
शिफ्ट करने का प्लान बी और प्लान सी भी बना रखा था। लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ी।
इस तरह 17 दिन तक चलने वाले इस खेल महाकुंभ की रंगारंग शुरुआत हुई। लंदन के बाद पेरिस ऐसा दूसरा शहर बन गया है, जो तीसरी बार सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले उसने 1900 और 1924 के ओलंपिक की सफलतापूर्वक आयोजन किया था।
जैसे ही घड़ी में स्थानीय समयानुसार 19:30 बजे, करीब 3,000 डांसर, संगीतकार और अभिनेता इतिहास रचने के लिए सीन के तट पर जमा हो गए। इसके लिए नदी के नीचे छह किलोमीटर इलाके में एफिल टॉवर तक मंच बनाया गया था। रास्ते में जगह जगह संगीत और कलात्मकता से भरी प्रस्तुतियां दी गईं। आया नाकामुरा, सेलीन डायोन, लेडी गागा, विक्टर ले मास्ने आदि प्रमुख आकर्षण रहे। परेड में 205 प्रतिनिधिमंडल और 85 नौकाएं शामिल थीं। आयोजन लगभग ढाई घंटे तक चला।
आयोजन को देखते हुए शहर के चारों ओर लगभग 40,000 अवरोध लगाए गए थे। इससे कुछ पेरिस वासी नाराज भी हुए। सिटी सेंटर बंद होने से स्थानीय व्यापारी भी निराश दिखे क्योंकि इसकी वजह से लोगों की आवाजाही कम हो गई थी। सुरक्षा में 45,000 पुलिस अधिकारी, 10,000 सैन्यकर्मी, 20,000 निजी सुरक्षा गार्ड, स्नाइपर आदि तैनात किए गए थे।
उद्घाटन समारोह में जियानिस एंटेटोकोनम्पो, युलिमार रोजास, फ्लोरेंट मनौडो, लेब्रोन जेम्स और कोको गॉफ सहित दुनिया के कुछ महानतम एथलीट भी शामिल हुए। परेड का समापन फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और लगभग 200 अन्य राष्ट्राध्यक्षों, प्रधानमंत्रियों और सरकारी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्लेस डु ट्रोकाडेरो पर हुआ।
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