भारत में अगले कुछ महीनों में होने वाले लोकसभा चुनाव में एक एनआरआई डॉक्टर भी अपनी सियासी किस्मत आजमाएंगे। आंध्र प्रदेश की प्रमुख पार्टी टीडीपी ने डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर को पार्टी उम्मीदवार बनाने का लगभग फैसला कर लिया है। रिपोर्ट्स की मानें तो पार्टी डॉ. चंद्रा को गुंटूर से संसदीय चुनाव के मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है।
डॉ. चंद्रा आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के बरीपालेम गांव के रहने हैं। नरसारावपेट से स्कूली शिक्षा और उस्मानिया मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद वह अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए थे। वहां उन्होंने कई वर्षों तक पढ़ाई और नौकरी की। पहले उन्होंने फिजिशियन डॉक्टर के रूप में सेवाएं दीं। उसके बाद जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में फैकल्टी भी रहे।
डॉ. चंद्रा को साल 2020 में अर्न्स्ट एंड यंग की तरफ से पुरस्कार भी प्रदान किया गया था। अमेरिका में रहने के दौरान उन्होंने वहां पढ़ाई के लिए आए भारत के गरीब बच्चों की भी काफी मदद की थी। 25 साल की उम्र में ही उन्होंने यू वर्ल्ड नाम से एक गैर लाभकारी एनजीओ खोल दिया था। यह एनजीओ बच्चों को उनकी पढ़ाई में मदद करता है और करियर गाइडेंस उपलब्ध कराता है। डॉ. चंद्रा का एनजीओ फार्मेसी, नर्सिंग, कानून, कॉमर्स और अकाउंटिंग जैसे क्षेत्रों में स्टूडेंट्स की मदद करता है।
खबरों की मानें तो भारत में आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए तेलगुदेशम पार्टी ने डॉ. चंद्रा को चुनावी मैदान में उतारने का मन बना लिया है। गुंटूर से पार्टी के मौजूदा सांसद गल्ला जयदेव ने राजनीति से दूर रहने के ऐलान के बाद अब उनकी जगह डॉ. चंद्रा को चुनाव लड़ाने की तैयारी हो रही है। गुंटुर को टीपीडी को मजबूत किला माना जाता है।
रिपोर्ट से अनुसार, डॉ. चंद्रा को पहले नरसारावपेट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही थी। लेकिन नरसारावपेट के वर्तमान सांसद लावु श्रीकृष्णा देवरायलु को वाईएसआर कांग्रेस की तरफ से अगले चुनाव में टिकट दिए जाने से इनकार के बाद वह टीडीपी में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। संभवतः इसी वजह से पार्टी ने डॉ. चंद्रा को गुंटूर से चुनाव लड़ाने का मन बनाया है।
डॉ. चंद्रा लंबे समय से टीडीपी के समर्थक रहे हैं। वह पार्टी के लिए कई चैरिटी कार्यक्रम भी आयोजित कर चुके हैं। टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की हरी झंडी के बाद वह जन सेना प्रमुख पवन कल्याण से भी मुलाकात करके समर्थन देने की अपील कर चुके हैं।
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