ADVERTISEMENTs

चुनाव से ऐन पहले निक्की हेली और विवेक रामास्वामी बोले, देश को ट्रम्प जैसे नेता की जरूरत

विवेक रामास्वामी ने मतदाताओं से ट्रम्प का समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए वही एकमात्र सही विकल्प हैं।

विवेक रामास्वामी और निक्की हेली ने ट्रम्प को कमला हैरिस से बेहतर नेता करार दिया है। / Image- X

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से ऐन पहले रिपब्लिकन पार्टी के भारतीय मूल के प्रमुख नेता निक्की हेली और विवेक रामास्वामी ने डोनाल्ड ट्रम्प के प्रति फिर से समर्थन दोहराया है और कहा है कि देश को ट्रम्प जैसे लीडर की इस वक्त सख्त जरूरत है।

निक्की हेली और विवेक रामास्वामी दोनों ही राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए प्रयास कर चुके हैं। हालांकि शुरुआती रुझानों में ही कमजोर समर्थन की वजह से उन्हें अपनी दावेदारी वापस लेनी पड़ी थी।

विवेक रामास्वामी ने मतदाताओं से ट्रम्प का समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए वही एकमात्र सही विकल्प हैं। उन्होंने ट्रंप को जीत की ओर ले जाने वाला कमांडर-इन-चीफ बताया और कहा कि देश को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो देश की प्रमुख चुनौतियों का समाधान कर सके। 



रामास्वामी ने कहा कि अगर आप अमेरिका की सीमाओं को सील करना चाहते हैं, कानून व्यवस्था बहाल करना चाहते हैं, अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाना चाहते हैं, राष्ट्रीय गौरव को पुनर्जीवित करना चाहते हैं, तीसरे विश्व युद्ध को रोकना चाहते हैं और अमेरिका को फिर से महान बनाना चाहते हैं तो केवल एक ही विकल्प है- ट्रम्प के लिए वोट करें।

संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने वॉल स्ट्रीट जर्नल में हाल ही में लिखे एक ऑप-एड में ऐसी ही बात कही। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि ट्रम्प बिल्कुल सही नहीं हैं लेकिन वह दूसरों से बेहतर विकल्प हैं। हेली ने इस लेख में राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेट उम्मीदवार हैरिस के खिलाफ आगाह करते हुए ट्रम्प के ट्रैक रिकॉर्ड को भी रेखांकित किया। 

निक्की हेली ने लिखा कि मैं ट्रम्प से 100 फीसदी सहमत नहीं हूं लेकिन मैं ज्यादातर मामलों पर उनके साथ हूं और मैं लगभग हर मामले में हैरिस से असहमत हूं। इस तरह मेरे लिए इन दोनों में से एक का चुनाव काफी आसान है।

ट्रम्प के कार्यकाल में 2017 से 2018 तक काम कर चुकीं निक्की हेली ने अफगानिस्तान और ईरान की तरफ इशारा करते हुए आरोप लगाया कि बाइडन-हैरिस प्रशासन ने दुनिया को कहीं अधिक खतरनाक बना दिया है। 



Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

Related