अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दावेदाकर रहीं निकी हेली ने कहा है कि अगर वह सत्ता में आईं तो न सिर्फ नाटो के साथ बल्कि भारत समेत कई देशों के साथ गठबंधन को मजबूत करेंगी।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत रह चुकीं निकी हेली ने अपनी ही पार्टी के चुनावी दावेदार डोनाल्ड ट्रंप का यह कहकर विरोध किया कि अगर ट्रंप चुने गए तो यह नाटो के लिए एक बड़ा खतरा होगा। बता दें, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों का एक सैन्य गठबंधन है। इसके 31 सदस्य देश हैं।
I will put the hammer on our NATO allies to make sure they carry their own weight. But I’ll do it behind closed doors. I won’t hurt our allies to try to appease our enemies.
— Nikki Haley (@NikkiHaley) February 18, 2024
52 वर्षीय निकी हेली ने कहा कि अगर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से इस पद पर चुने लिए गए तो मुझे बहुत सी चीजों को लेकर चिंता होगी। नाटो गठबंधन इनमें से है। नाटो 75 साल की सफलता की कहानी है। लेकिन ट्रंप का फिर से चुना जाना नाटो अलायंस के लिए खतरा साबित होगा।
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उम्मीदवारी के दावेदारों में ट्रंप के सामने इकलौती चुनौती निकी हेली ने कहा कि रूस ने कभी नाटो देश पर हमला नहीं किया क्योंकि वह इस गठबंधन से बहुत डरता है। यहां तक कि चीन भी नाटो गठबंधन से डरा हुआ है। ऐसे में नाटो को मजबूत बनाए रखना बेहद अहम है।
निकी हेली का ये बयान ट्रंप के विचारों के बिल्कुल उलट है, जो अपने प्रचार के दौरान नाटो पर हमला करते रहते हैं। वह कह चुके हैं कि अमेरिका नाटो के उन सदस्य देशों का बचाव नहीं करेगा जो रक्षा पर पर्याप्त खर्च नहीं करते। उनका यहां तक कहना था कि वह रूस को ऐसे देशों पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे। इस बयान से नाटो के सदस्य देशों में खलबली मच गई थी।
निकी हेली ने अब नाटो का सपोर्ट करते हुए कहा है कि गठबंधन में और नए दोस्तों को जोड़ना जरूरी है। यह गठबंधन को छोड़ने का वक्त नहीं है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हम मजबूती से खड़े रहें क्योंकि जब हम अपने दोस्तों के साथ मजबूती से खड़े होते हैं तो दुश्मन झुके रहते हैं।
निकी ने कहा कि जब हम ऐसे गठबंधन को कमजोर दिखाना शुरू करते हैं तो हमारे दुश्मन आगे बढ़ने लगते हैं। हम देख रहे हैं कि ईरान परमाणु बम बनाना चाहता है। रूस पोलैंड और बाल्टिक की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में अगर मैं सत्ता में आई तो हम न केवल नाटो को मजबूत करेंगे बल्कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस आदि देशों से गठबंधन को भी मजबूत करेंगे।
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